
- अकोला के साथ साथ समीप के जिलों को होगा लाभ
अकोला. अकोला के साथ साथ समीप के जिलों में पिछले 9 माह के दौरान कोरोना संकट को देखते हुए गंभीर रूप से बीमार रोगियों को ऑक्सीजन की कमी से जूझना न पड़े तथा ऑक्सीजन के अभाव में किसी की मौत न हो इस उद्देश्य पूर्ति के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री संजय धोत्रे की पहल पर सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय व जिला महिला अस्पताल के नवीनीकरण प्रकल्प के अंतर्गत ऑक्सीजन सिलेंडर निर्मिति के प्लांट का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है. पिछले नौ महीनों में कोरोना ने अकोला, बुलढाना, वाशिम, हिंगोली और अमरावती जिलों में कई लोगों के जीवन का दावा किया है.
इस दौरान कुछ स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी निर्माण होने से कुछ लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है. इस पार्श्वभूमि पर तथा मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय व जिला महिला अस्पताल का नवीणीकरण प्रकल्प के माध्यम से ऑक्सीजन सिलेंडर निर्मिति प्लांट के निर्माण कार्य को गति दी गयी है. जिला महिला अस्पताल के सामने ऑक्सीजन सिलेंडर निर्माण संयंत्र का काम लगभग पूरा हो गया है. अब यदि कोरोना की दूसर लहर आती है तो यह ऑक्सीजन सिलेंडर निर्माण प्लाट रोगियों के जीवन को बचाने में मदद करेगा.
भविष्य की समस्याओं से बचने के लिए प्लाट लाभदायक
केंद्रीय राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कोरोना की संभावित दूसरी लहर के साथ भविष्य की समस्याओं से बचने के लिए ऑक्सीजन कंपनियों के साथ चर्चा की. विधायक रणधीर सावरकर और जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर ने जिला प्रशासन का समन्वय बनाकर प्रयास किए है. तब जाकर काम शुरू हो गया है और अब यह अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है, जिससे रोगियों को बहुत फायदा होगा.
केंद्रीय राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने न केवल सरकारी मेडिकल कॉलेज को मशीनरी उपलब्ध कराई है बल्कि दो महीने पहले 36 घंटे में ऑक्सीजन प्लांट के लिए अनुमति भी ले ली है. इसके अलावा, अकोला जिले के लिए 50 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं. इससे हेल्थकेयर सिस्टम को और मजबूती मिली है.