भारत माता की जय, शहीद दहीकर अमर रहे, नम आंखों से बिदाई

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  • पिंपलखुटा में शहीद फौजी के लिए उमड़ा जनसैलाब

अचलपुर/परतवाड़ा. शहीद फौजी कैलाश कालूजी दहीकर (27) का रविवार को उनके पैतृक गांव पिंपलखुटा में सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस समय गांव ही नहीं बल्कि पूरी तहसील व जिला से लोगों का जनसैलाव उमड़ पड़ा. नम आंखों से इस जाबांज फौजी को अंतिम बिदाई दी. पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर, राज्यमंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू, सांसद नवनीत राणा, विधायक राजकुमार पटेल समेत सेना के अफसर व जिला प्रशासन ने आदरांजलि अर्पित कर शहीद के परिवार को सांत्वना दी. 

जगह-जगह नमन 

हिमाचल प्रदेश के कल्लू मनाली में ड्यूटी पर तैनात फौजी कैलाश दहीकर (27 वर्ष) राकेल हिटर से हुई दुर्घटना में 24 दिसंबर को शहीद हो गए थे. उनका पार्थिव चंडीगढ़ से दिल्ली-नागपुर होते हुए रविवार को पैतृक गांव पिंपलखुटा लाया गया. गांव में जगह-जगह पर श्रध्दांजलि के फलक लगाकर नमन किया गया. भारत माता की जय, शहीद कैलाश दहीकर अमर रहे. जैसी घोषणाओं से पूरा परिसर गुंजायमान हुआ. हजारों नागरिक इस वीर सपूत के अंतिम दर्शन के लिये पहुंचे. सैन्य दल की ओर से शहीद की पत्नी बबली कैलाश दहीकर को सम्मान के साथ तिरंगा प्रदान किया गया. गांव के पास ही मैदान में तैयार की गई बेदी पर अंत्येष्टि की गई.   

तीन बार हवाई फायर

पुलिस दल की ओर से तीन बार हवाई फायरिंग कर शहीद को सलामी दी गई. सैन्य दल व पुलिस दल ने पुष्पचक्र अर्पित कर सम्मान पूर्वक सलामी दी. शहीद के भाई केवल दहीकर ने उनके पार्थिव को मुखाग्नि दी. राष्ट्रगीत के साथ इस वीर सपूत को नमन किया गया. इस समय एसडीओ संदीपकुमार अपार, तहसीलदार मदन जाधव ने भी पुष्पचक्र अर्पित किया. गुट विकास अधिकारी जयंत बावरे, समाज कल्याण सभापति दयाराम काले, पूर्व विधायक केवलराम काले, सभापति कविता बोरकर, पूर्व जिप अध्यक्ष सुरेखा ठाकरे, सरपंच गजानन येवले, पंस सभापति सुनील काले, रमेश मावस्कर उपस्थित थे. 

दहीकर परिवार का जिम्मा हमारा

भारत माता के सपूत ने इस भूमि का गौरव बढ़ाया है. दहीकर परिवार की जिम्मेदारी अब हमारी है. हम इस परिवार को हर संभव सहायता करेंगे. शहीद कैलाश का त्याग व बलिदान सभी को प्रेरणा देने वाला है. यह भरोसा राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने दिलाया.