अमरावती. अंधश्रद्ध के चलते 8 माह के बालक व एक 26 दिवसीय बालिका को उपचार के नाम पर गर्म दराती व सलाख से दागे जाने के मामले में मंगलवार को विधायक रवि राणा ने इर्विन अस्पताल पहुंचकर दोनों बालकों को देखा व उनकी सेहत को लेकर डाक्टरों से चर्चा की. इन मासूमों को उनके पालकों के साथ उनके गांव तक छोड़ने के लिए वाहनों की व्यवस्था के निर्देश उन्होंने दिए. अस्पताल से उन बच्चों को डिस्चार्ज दिया गया है. इस समय उन्होंने दोंनों बच्चों पर स्नेह का हाथ फेरा.
सर्पदंश उपचार के लिए तैयार रखो यंत्रणा
इर्विन अस्पताल में इन दोनों मासूम बच्चों की सेहत का हाल जानने के बाद उन्होंने सर्पदंश से बचाव कक्ष व यंत्रणा तैयार रखने के निर्देश डाक्टरों को दिए. उन्होंने बताया कि खरीफ के मौसम में किसान अपने खेतों में काम करते है. तब सर्पदंश की घटनाएं होनी की संभावना अधिक होती है. ऐसे में समय पर उपचार की व्यवस्था अस्पताल में हो.
आदिवासियों से उन्होंने अंधश्रद्धा पर विश्वास न करते हुए वैद्यकीय सेवा का लाभ लेने, प्रशासन के संपर्क में रहने का आह्वान किया. इस संदर्भ में जनजागृति के लिए सांसद नवनीत राणा द्वारा प्रयास किए जाने का आश्वासन उन्होंने दिया. इस समय उनके साथ जितू दुधाने, विक्की बिसने, अजय मोरया, स्वास्थ्य सेवक धनंजय लोणारे, अमर तड़रेजा आदि उपस्थित थे.