डफरीन में लगी आग में बालिका की मौत, सुपर स्पेशालिटी में किया गया था रेफर

    Loading

    अमरावती. जिला महिला अस्पताल के शिशु अतिदक्षता कक्ष के वेंटीलेटर में आग लगने के बाद शिशुओं को सुपर स्पेशालिटी में रेफर किया गया था. जिसमें एक बालक की रविवार की रात मौत हो गई.

    इस घटना के बारे में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट देने के आदेश जिला प्रशासन को दिए हैं. जिससे जिला शल्य चिकित्सक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है. यह आग कैसे लगी, आग के कारण क्या है इस बारे में जांच हो रही है. लोनिवि का कहना है कि आग वेटीलेटर फॉल्टी से लगी है, जबकि कंपनी का कहना है कि शॉट सर्किट से आग लगी है. इसीलिए आग के कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं.

    13 दिनों से चल रहा था उपचार

    जिला महिला अस्पताल के एनआयसीयू के एक वेंटीलेटर मशीन में रविवार की सुबह 10 बजे अचानक आग लग गई. जिससे एनआयसीयु में भर्ती नवजात शिशु को तत्काल सुपर स्पेशालिटी व पीडीएमसी में रेफर किया गया. इस दौरान रात के समय कम दिन व कम वजन वाले एक शिशु की मौत हो गई. भातकुली तहसील के गणोजा देवी निवासी प्रीति मिलिंद वासनिक इस महिला ने 13 दिन पहले एक बच्ची को जन्म दिया था. जिस शिशु कम दिन का रहने से उसका वजन भी कम था. जिसके कारण उसे  जिला महिला अस्पताल के शिशु अतिदक्षता कक्ष में वेंटिलेटर पर रखा गया था. आग की घटना के बाद इस शिशु को सुपर स्पेशालिटी में उपचार के लिए रखा गया था. जिसकी देर रात मौत हो गई. गाडगे नगर पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है.

    थर्ट पार्टी ओपीनियन लेंगे

    सीएस की अध्यक्षता वाली समिति की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं मिली है.  इस संदर्भ में लोनिवि का कहना है कि वेटीलेटर फॉल्टी है जबकि वेटीलेटर कंपनी कहती है कि इलेक्ट्रिक शॉट सर्किट के कारण यह घटना हुई है. इसीलिए आग के कारण जानने के लिए थर्ट पार्टी एक्सपर्ट के ओपीनियन लिया जाएगा. नागपूर के फायर कॉलेज के थर्ट पार्टी एक्सपर्ट ओपीनियन मांगा जा रहा है. भंडारा की घटना में भी ऐसे थर्ट पार्टी ओपीनियन लिया था. जिसके बाद मार्गदर्शन में स्पष्ट हुआ. वेटीलेटर के कारण आग लगने का स्पष्ट होने से राज्यभर में आपूर्ति हुए वेंटीलेटर के बारे में शासन को बताया जाएगा. इसीलिए इस जांच को समय लग रहा है.

    -पवनित कौर, जिलाधिकारी.