अडानी मामले में केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ कांग्रेस ने SBI और LIC का विरोध किया

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    औरंगाबाद : एसबीआई बैंक (SBI Bank), एलआईसी (LIC) और केंद्र सरकार (Central Government) के गलत नीतियों के खिलाफ जिला और शहर कांग्रेस कमेटी (Congress Committee) की ओर से सिडको परिसर में स्थित एसबीआई और एलआईसी के विभागीय कार्यालय के सामने जोरदार धरना आंदोलन (Protest ) किया। आंदोलन का नेतृत्व कांग्रेस के जिला अध्यक्ष डॉ. कल्याण काले, पूर्व मंत्री अनिल पटेल, सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष विलास औताडे, शहर अध्यक्ष शेख यूसुफ लिडर ने किया। 

    आंदोलन के दरमियान कांग्रेसियों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ. कल्याण काले ने आंदोलन के दरमियान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आम आदमी ने आम खर्च पर कटौती कर अपनी मेहनत का पैसा एलआईसी में लगाया है। एलआईसी और एसबीआई में जमा करोड़ों की राशि केंद्र सरकार ने अदानी ग्रुप में निवेश करने के लिए एलआईसी और एसबीआई को विवश किया। आज अडानी समूह के शेयर बुरी तरह से गिरने से एलआईसी के 49 करोड़ खातेदारों का मेहनत का पैसा वापिस मिलेगा या नहीं, यह डर वर्तमान में सता रहा है। डॉ. काले ने कहा कि एलआईसी अपने देश का गौरव है। इस वित्तीय संस्था में आम आदमी, मध्यम वर्ग, छोटे व्यापारी, नौकरदारों ने पैसा निवेश किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एलआईसी में जमा करोड़ों की राशि केंद्र सरकार ने जबरन अडानी समूह में निवेश की। 

    30 हजार करोड़ का निवेश 

    मोदी सरकार ने एलआईसी पर दबाव डालकर अडानी समूह में पैसा निवेश करवाया। जिसके चलते एलआईसी के 49 करोड़ पॉलिसी धारक और निवेशदारों का 30 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। साथ ही भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंंडिया और अन्य बैकों से करीब 80 हजार करोड़ रु़पए का कर्ज दिया गया है। डॉ. काले ने अडानी समूह के आर्थिक कदाचार की जांच करने वाले हिडनबर्ग संस्था की रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति की ओर से जांच करने अथवा सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति के देखरेख में जांच करने की मांग की। 

    आंदोलन में इनकी उपस्थिति

    एलआईसी और अन्य सरकारी वित्तिय संस्था में अडानी समूह में किए बड़े निवेश के बारे में संसद में चर्चा करने की मांग भी कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ. कल्याण काले ने की। अंत में उन्होंने निवेश धारकों के पैसों को संरक्षण मिले इसको लेकर केंद्र सरकार सहीं निर्णय लेने पर जोर दिया। आंदोलन के दरमियान कांग्रेस नेताओं ने अपने विचार व्यक्त कर मोदी सरकार पर खूब राग अलापा। आंदोलन में पूर्व विधायक नामदेव पवार, किरण पाटिल डोणगांवकर, जगन्नाथ काले, रवीन्द्र काले, योगेश मसलगे, कांचनकुमार चाटे, भाउसाहाब जगताप, इकबाल सिंह गिल, डॉ. पवन डोंगरे, पूर्व शहराध्यक्ष इब्राहिम पठाण, बाबासाहाब पवार आदि उपस्थित थे।