abdul sattar

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    औरंगाबाद:  मुझे बदनाम करने में अन्य दल के ही नहीं, बल्कि मेरे ही पार्टी के लोग मेरे अपने ही लोग मुझे बदनाम करने में जूटे हैं।  उसी का फायदा विरोधी दल के नेता उठा रहे हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) के घर में होनेवाली चर्चा बाहर आ रही हैं, इससे यह साफ है कि जिन्हें मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला उनके द्वारा यह सारा खेल खेला जा रहा हैं। यह आरोप राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार (Abdul Sattar)  ने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में लगाया। 

    गौरतलब है कि राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार में कृषि मंत्री  बने सत्तार पर बीते पांच माह से टीईटी घोटाला, सिल्लोड में आयोजित कृषि महोत्सव और वाशिम की चारागाह जमीन को लेकर आरोपों का सिलसिला जारी हैं। इन्हीं आरोपों के चलते राज्य सरकार के नागपुर में शुक्रवार को संपन्न हुए शीतकालीन अधिवेशन में अब्दुल सत्तार के इस्तीफे को लेकर विरोधी दलों ने जमकर हंगामा किया था। इसी दरमियान उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि मुझे बदनाम करने का सिलसिला लगातार मेरे ही पार्टी के लोगों के द्वारा जारी है। जो चर्चा सीएम एकनाथ शिंदे के घर में हुई वह बात अगर बाहर आ रही हैं, इसका मतलब हमारे घर का भेदी ही बाहर आकर खबरें फैला रहा हैं। 

    जिन्हें मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला वे खेल रहे खेल

     उन्होंने आरोप लगाया कि जिन्हें मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला, उनके द्वारा यह सारा खेल खेला जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि इस सारे खेल से मैंने सीएम एकनाथ शिंदे को अवगत कराया है।  जो बातें बैठक नहीं हुई, वह भी जानबूझकर फैलाकर मुझे बदनाम करने का सिलसिला जारी है। इस सारे मामले की जांच करने की मांग भी मैंने सीएम शिंदे से करने की जानकारी कृषि मंत्री सत्तार ने दी।  

    मुझ पर लगे आरोपों का स्पष्टीकरण शिंदे और फडणवीस को दिया

    कृषि मंत्री ने कहा कि मुझे पर जो आरोप बीते पांच माह में लगे हैं, उसको लेकर मैंने सारे स्पष्टीकरण राज्य के मुखिया एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस को दिए हैं। मैं राज्यमंत्री न होने के बावजूद मुझे पर आरोप लगाए गए। सत्तार ने कहा कि मेरे जैसा अल्पसंख्यक व्यक्ति कृषि मंत्री पद जैसे महत्वपूर्ण पद होने के कारण कई लोगों के पेट में दर्द हो रहा हैं। इसलिए बीते कई माह से मुझ पर आरोप लगाकर मुझे परेशान करने का सिलसिला जारी हैं। राज्य के कृषि मंत्री सत्तार के इन आरोपों से यह साफ हो चुका है भले ही बीजेपी ने शिवसेना में दरार डालकर उनके 40 विधायकों का अलग गुट बनाया है, लेकिन अलग गुट में भी घमासान जारी हैं।