बाघ के हमले सहित वन्य प्राणियों से क्षति मामले में पीड़ितों को 41.98लाख रुपयों की सहायता

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    • वनविभाग के तहत की गई सहायता 

    लाखांदूर: बाघ के हमले सहित अन्य जंगली प्राणियों के हमले में हुई मनुष्यों को हुई क्षति व पशुधन सहित फसलों के क्षति के विभिन्न मामले में सरकार से पीड़ितों को कुल 41.98लाख रुपयों की आर्थिक सहायता की गई है.उक्त सहायता 1 जुलाई को सरकार के स्थानीय लाखांदूर के वनपरीक्षेत्र कार्यालय के तहत की गई है.

    बाघ के हमले में दो व्यक्तियों की मृत्यु 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कुछ महीनों पूर्व तहसील के दो विभिन्न गावों के व्यक्तियों  पर दो विभिन्न जंगल क्षेत्र में  बाघ के हमले की घटना घटित हुई थी.इस घटना में स्थानीय लाखांदूर निवासी प्रमोद चौधरी व इंदोरा निवासी जयपाल कुंभरे नामक व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी.उक्त दोनों घटनाओं में स्थानीय लाखांदूर के वनपरीक्षेत्र कार्यालय के तहत सरकार से मृत व्यक्तियों के परिजनों को मुआवजा उपलब्ध होने के लिए आवश्यक कार्रवाई की गई थी.

    जिसके अनुसार सरकार ने बाघ के हमले में मृत दोनों व्यक्तियों के परिजनों को प्रत्येकी 15-15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है. उक्त राशि के चेक पीड़ित परिजनों को स्थानीय लाखांदूर के वनपरीक्षेत्र अधिकारी रुपेश गावित के हाथों मृत व्यक्तियों के पत्नी को सुपुर्द किए गए है.इस दौरान क्षेत्र सहायक आय जी निर्वाण ,वनरक्षक एम ए भजे,भोगे,लिपिक बोरकर,वाहनचालक प्रफुल्ल राऊत सहित अन्य वनकर्मी व नागरिक उपस्थित थे.

    जंगली प्राणियों के हमले में 4 व्यक्ति घायल 

    स्थानीय लाखांदूर तहसील के विभिन्न क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में कुल 4 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए थे.उक्त व्यक्तियों में तहसील के खैरना निवासी कुंदन चन्दनबावने,पुयार निवासी ज्ञानेश्वर मेश्राम,मोहरणा निवासी महादेव वसाके व गोंदिया जिले के अर्जुनी/मो. तहसील के तिडका निवासी सायत्रा पुसाम  नामक व्यक्तियों का समावेश है. हालांकि जंगली प्राणियों के विभिन्न स्थानों पर हुए हमले में घायल पीड़ितों को सरकार से प्रत्येकी 1.25लाख रुपयों की राशि मुआवजे के रूप में मंजूर की गई है.इस राशि का लाभ पीड़ित व्यक्तियों को स्थानीय वन विभाग के तहत दिया गया है.

    फसल व पशुधन क्षती मामले में 87 पीड़ितों  को लाभ 

    स्थानीय लाखांदूर वनपरीक्षेत्र के तहत तहसील के विभिन्न गावों में एवं खेत क्षेत्र में जंगली प्राणियों से भिन्न मवेशियों सहित खेत फसलों की क्षति हुई थी.उक्त सभी घटनाओं में स्थानीय वन विभाग के तहत पंचनामा कर सरकार से मुआवजे की मांग की गई थी.जिसके अनुसार सरकार ने पशुधन व फसल क्षति मामले में तहसील के कुल 87 पीड़ितों को कुल 6.98लाख रुपयों की राशि मंजूर की गई है.  उक्त राशि का पीड़ितों को स्थानीय वन विभाग के तहत लाभ दिया गया है.