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    भंडारा. नागपूर का अनिकेश अजाबराव क्षिरसागर यह पाईप व मोटारपंप डिलर होनेवाले युवक व्यापारी की तेज हथियार से हत्या कर भंडारा पवनी मार्ग पर नेरला से पागोरा दौरान इटगाव जंगल में मुख्य सडक किनारे 50 मीटर दूरी पर दिखायी देने की घटना 30 जून को सामने आयी थी. 

    पुलिस ने प्रकरण को तेज गति से जांच व सबुत इकठ्ठा कर 12 घंटे में शुक्रवार को आरोपी प्लॉट 905, साई कृष्ण रेसीडेंन्सी पिपला हुडकेश्वर, नागपूर निवासी को गिरफ्तार किया गया होकर वह चचेरा भाई ही है. 

    30 जून को जंगल में शव दिखायी देने की जानकारी मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक अनिकेत भारती, एसडीपीओ रिना जनबंधु, स्थानीय गुनाह शाखा व अड्याल पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे थे. घटनास्थल पर मिले सबुत के आधार पर शव नागपुर का व्यापारी अनिकेश अजाबराव क्षिरसागर का होने का सामने आया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस टीम आरोपी के खोजबीन में जुठी थी. 

    घटनाक्रम की उलट जांच करते हुए अडयाल के सीसीटीवी फुटेज जमा किए गए. गिरेपुंजे के दुकान में मृतक व्यापारी अनिकेश व उसका चचेरा भाई नागपुर से वसुली के लिए आए थे. उसके पश्चात भंडारा की दिशा से नागपुर की ओर जाने के लिए निकलने का दिखायी दिया. 

    जिससे मृतक के साथ होनेवाला चचेरा भाई संदेश से फोन द्वारा संपर्क किया गया. उसने मै अकेला कलेक्शन के लिए ब्रम्हपुरी में गया था. तो भाई अनिकेश क्षिरसागर यह कार लेकर भंडारा की ओर जाने का बताया. किंतु उसकी जांच करते समय दिए जानकारी में संदेह आया. 

    संदेश को पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच के लिए अडयाल पुलिस थाना में लाया गया. सराईत गुनाहगार जैसा संदेश ने शुरूआत में पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया. किंतु तांत्रिक सबुत व उसके ओर से मिले साहित्य पर रक्त के डाग दिखायी दिए. जिससे पुलिस का हिसका दिखाते ही उसने हत्या करने की कबुली दी.  

    गुमराह करने का प्रयास असफल 

    संदेश ने उसके पास होनेवाले तेज हथियार से चचेरे भाई की हत्या की. संदेह नहीं आए इसलिए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था. संदेश ने गाडी में होनेवाली राशी, मृतक के शरीर पर होनेवाले सोने के जेवरात, हथियार, चटई व टिफीन आदि साहित्य अपने बैग में डाला एवं वह ब्रम्हपुरी की दिशा से गया था. 

    संदेश ने कई ढोंग किए किंतु अपर पुलिस अधीक्षक अनिकेत भारती व एसडीपीओ रिना जनबंधू ने प्रत्यक्ष जांच करने से मामला सामने आया. कार्रवाई में पुलिस निरीक्षक जयवंत चव्हाण, सहा. पुलिस निरीक्षक सुधीर बोरकुटे, पु.नि विवेक राऊत, हरी इंगोले, हेमराज सोर्ते,  केलकर, हेड काँस्टेबल मोहरकर, मारबते, महाजन, खराबे, मस्के, रहांगडाले, जांभुलकर, पु. नाय. पुराम, वैद्य ने खोजबीन एवं जांच कार्य में सहयोग किया. आगे की जांच अडयाल पुलिस कर रही है. 

    भाई बना दुश्मन

    आरोपी संदेश राजेंद्र क्षिरसागर को पूर्व से गलत आदत थी. उसमें सुधार लाने एवं अच्छा जीवन जीने के लिए अनिकेश ने चचेरा भाई संदेश को अपने साथ व्यवसाय में मदद करने के लिए रखा था. किंतु गुनाहगार प्रवृत्ती का होनेवाले संदेश ने व्यापार में भी लाखों का घोटाला किया था. इतना ही नहीं तो उसने कई बार चोरी भी की थी. फिर भी बडा भाई इस नाते से संदेश को समय समय पर सुधारने का लाभ दिया गया किंतु उसके मन में हमेशा दुश्मनी बढती गयी. 

    ऐसा रचा षडयंत्र 

    संदेश ने अनिकेश का गेम बजाने के लिए तीन दिनों पूर्व तेज हथियार खरीदी किया था. बुधवार को हमेशा की तरह वसुली के लिए दोनों भाई नागपुर से खाने का डिब्बा लेकर निकले थे. अनिकेश को जंगल में खाना खाने की इच्छा होने से अडयाल के काम निपटाकर इटगाव जंगल रोड पर गाडी लगाकर वे खाना खाने के लिए बैठे थे. 

    डिब्बे पर के तेल के डाग पोछने के लिए पेड की पाने लाने का कारण बताकर संदेश ने उसके बैग में हथियार निकालकर पिछे बैठा अनिकेश के गर्दन पर वार कर उसकी हत्या की.