सिहोरा. बावनथडी नदी के किनारे मध्य प्रदेश की सीमा पर रेत माफिया अवैध रेत की डंपिंग कर रहे है.इस रेत का आयात विदर्भ के अनेक जिले में किया जाता है. हल्के वाहनों के आवागमन के लिए उपयोग में लाने के लिए बावनथडी नदी पर बांध का निर्माण किया गया है. रेत के ओवरलोडेड ट्रकों के गुजरने से इस बांध की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है.
इस अवैध परिवहन पर रो नहीं लगाई गई तो बांध ढहने की संभावना निर्माण हो गई है. भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष मोतीलाल ठवकर ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इस पर ध्यान देने की मांग की है. इतना ही नहीं तो उन्होंने रास्ता रोको आंदोलन की धमकी देकर इस मामले को प्रशासन की नजरों में लाने का प्रयास भी किया है.
बावनथडी नदी पर बने सोंड्याटोला उपसा सिंचन योजना को पानी पूर्ति करने के लिए नदी पर बांध बनाया गया है. नदी के एक किनारे महाराष्ट्र एवं दूसरे किनारे पर मध्यप्रदेश के गांव है. नदी का सीमांकन किया गया है. आधा सीमांकन महाराष्ट्र की सीमा में है.राज्य सरकार नदी घाट का नीलाम नहीं कर पा रही है. जबकि मध्यप्रदेश सीमा के घाट हर वर्ष नीलाम किए जाते है.
हर साल नदी से रेती की नीकासी की जाती है.दूसरी ओर मध्य प्रदेश के हर गांव में रेत के विशालकाय डंपिंग यार्ड तैयार किए गए है. डंपिंग यार्ड से ओवरलोडेड ट्रक रात 9 बजे के बाद नदी के बांध मार्ग से ढोए जा रहे है. हर दिन ओवरलोडेड 25 ते 30 ट्रक इस बांध से गुजरते है. इससे बांध को खतरा हो गया है.नतीजतन बांध के ढह जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है.