नई दिल्ली: आयकर विभाग (Income Tax) द्वारा मुंबई (Mumbai) में शिवसेना (Shivsena) के एक पार्षद (Corporator) और बीएमसी (BMC) के कुछ पार्षदों के परिसरों पर हाल में की गई छापेमारी (Raid) में 130 करोड़ रुपये की लगभग तीन दर्जन संपत्तियों का पता लगाया है जिसमें कुछ कथित बेनामी सम्पत्तियां भी शामिल हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा कि विभाग ने मुंबई में 25 फरवरी को 35 से ज्यादा परिसरों पर छापेमारी की। बयान के अनुसार, “प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन ठेकेदारों ने फर्जीवाड़ा कर दो सौ करोड़ रुपये की आय छिपाई। सीबीडीटी, कर विभाग के लिए नीति बनाने का काम करती है।
Mumbai | Income Tax Dept conducted a search and seizure operation on Feb 25, 2022, at more than 35 premises on some contractors executing contracts of BMC, a prominent person & their close associates. Several incriminating documents, loose sheets and digital evidence were seized
— ANI (@ANI) March 3, 2022
बयान में कहा गया कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका की कुछ निविदाओं का काम कर रहे ठेकेदारों, एक “बड़े” व्यक्ति और उसके नजदीकी साथियों के विरुद्ध छापेमारी की कार्रवाई की गई। सूत्रों ने बताया कि उक्त “बड़े” व्यक्ति शिवसेना के पार्षद यशंवन्त जाधव हैं जो बीएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं।
बयान में कहा गया, “कई ठोस साक्ष्य, दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद किये गए। इन साक्ष्यों से सिद्ध होता है कि ठेकेदारों और उक्त (बड़े) व्यक्ति के बीच नजदीकी संबंध थे।” बयान के अनुसार लगभग तीन दर्जन अचल संपत्तियों के विवरण का पता चला है जिनका मूल्य 130 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकता है। सीबीडीटी का दावा है कि यह संपत्तियां या तो उक्त (बड़े) व्यक्ति के नाम से खरीदी गईं या उनके साथियों या बेनामीदारों के जरिये।