१.८६ लाख हे. कपास फसल खतरे में

खामगांव. खरिफ फसल के दौरान बारिश नहीं के बराबर होने के कारण खरीफ फसल का नुकसान हुआ है. किसानों के भरोसेमंद कपास फसल बर्बाद होने को है. जिन की खेतों के कुएं में पानी है वे कपास फसल को बचाने का

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खामगांव. खरिफ फसल के दौरान बारिश नहीं के बराबर होने के कारण खरीफ फसल का नुकसान हुआ है. किसानों के भरोसेमंद कपास फसल बर्बाद होने को है. जिन की खेतों के कुएं में पानी है वे कपास फसल को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. जिले में करीबन १ लाख ८६ हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई की गयी है. यह सभी फसल खतरे में आते हुये दिखाई दे रही है.

किसानों को आर्थिक नुकसान
पिछले कुछ वर्षो से प्राकृतिक विपदा के कारण फसल की नाउपज का नुकसान किसानों को सहन पड़ रहा है. बारिश के अभाव में खरीफ कपास फसल के पत्त्ते गिरने लगे हैं. जिससे कपास फसल की उपज पर विपरित परिणाम होते हुये दिखायी दे रहा है.

कपास के साथ साथ मुंग, उडद, सोयाबीन फसल की उपज कम हुई है. फसल की उपज से फसल के बुआई का खर्च भी नहीं निकलेगा ऐसी स्थिति निर्माण हुयी है. इसकी वजह से किसानों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.