Khaparkheda Power Plant
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    राजूरा: राजूरा तहसील के चिंचोली में बिजली उपकेंद्र की मांग के मद्देनजर तत्कालीन युति सरकार ने परिसर के 7 बिजली उपकेंद्रों को मंजूरी दी थी. मंजूरी के बावजूद ग्राम पंचायत की ओर से जगह उपलब्ध कराये जाने से बिजली उपकेंद्र नहीं बन सका है. अब 20 वर्ष बाद भाजपा और शेतकरी संगठन समर्थित पदाधिकारियों की ग्रापं पर सत्ता है. ग्रापं ने तुरंत जगह उपलब्ध कराने का निर्णय लेकर बिजली उपकेंद्र की मांग की है.

    चिंचोली वासी कई वर्षों से अपर्याप्त बिजली आपूर्ति का सामना कर रहे हैं. यहां पर बिजली है किंतु बिजली का कम दाब होने की वजह से प्रकाश मंद रहता है. पिछले एक साल में कई लोगों के टीवी सेट, पंखे, ट्यूबलाइट, बल्ब कम वोल्टेज की वजह से खराब हो चुके हैं. वार्ड नंबर 3, इंदिरानगर में समस्या अधिक है. गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, माध्यमिक विद्यालय, उच्च विद्यालय और छात्रावास हैं. नतीजा कम वोल्टेज की वजह से सभी छात्रों को परीक्षा के दौरान बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता है.

    बिजली विभाग तुरंत निर्णय लेकर चिंचोली में प्रस्तावित बिजली स्टेशन को शुरू करें. यह मांग भाजपा ओबीसी आघाड़ी के राजूरा तहसील अध्यक्ष ओर शेतकरी सलाहकार समिति के सदस्य शंकर धनवलकर, चिंचोली सरपचं पिला भोंगले, उपसरपंच पुष्पांजलि धनवलकर, ग्रापं सदस्य वंदना खोब्रागड़े, सरिता हजारे, भास्कर घोडमारे के साथ सुभाष धनवलकर, बापू डाहुले, गणेश बोडे, मारोती डाहुले, गणेश बोडे, मारोती डाहुले, अशोक जुलमे, जगदीश लोडे, अनिल पोहनकर आदि ने बिजली मंडल के मुख्य अभियंता व कार्यकारी अभियंता से की है.