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    • बिजली विभाग का दावा नहीं होगी कोई परेशानी

    चंद्रपुर. महाराष्ट्र राज्य विद्युत कर्मचारी, अभियंता, अधिकारी संघर्ष समिति की ओर से 4  से 6 जनवरी को 72 घंटे की हडताल और 18 जनवरी को शून्य घंटे से अनिश्चितकालिन हडताल का निर्णय लिया है.  महावितरण, महापारेषण, महानिर्मिति कंपनी के निजीकरण के नीति को बंद करे, महावितरण में अदानी कंपनी को समांतर बिजली वितरण की अनुमति ना दे, ठेका, आऊटसोर्सिंग एवं सुरक्षा रक्षक कामगारों को कायम करने, तीनों कंपनियों के रिक्त स्थानों को भरने, इम्पॅनलमेंट पध्दति का ठेकाकरण बंद करे, महावितरण में 2019 के बाद के उपकेन्द्र  कंपनी माध्यम से चलाने, उपकेन्द्रों में स्थायी कर्मियों की नियुक्ति करने आदि मांगों को लेकर 4 जनवरी से 6 जनवरी तक की हडताल पर जाने का निर्णय लिया है इससे जिले में ब्लैकआऊट होने की संभावना है.

    प्रबंधन के साथ 2 जनवरी 2023 को उर्जा सचिव और तीनों कंपनियों के प्रबंधन और सभी संगठन प्रतिनिधि की बातचीत विफल रही. जिसके चलते महाराष्ट्र राज्य कर्मचारी, अधिकारी अभियंता संघर्ष समिति एवं बिजली कर्मचारी संयुक्त कृति समिति सीएसटीपीएस उर्जानगर की ओर से  3 जनवरी को शाम 5 द्वार सभा लेकर  4 जनवरी रात से 72 घंटे की हडताल पर जाने की निर्णय लिया है. ऐसी जानकारी कृति समिति के संयोजक देवराव कोंडेकर, अमोल मोंढे ने दी.

    इस बीच महावितरण कंपनी ने हडताल को देखते हुए उपभोक्ताओं को अखंडित बिजली उपलब्ध कराने की पूरी व्यवस्था किए जाने का दावा किया है. बिजली आपूर्ति के परिस्थिति पर ध्यान रखने के लिए मुंबई के मुख्य कार्यालय सहित सभी परिमंडल एवं मंडल कार्यालय के स्थान पर संनियंत्रण कक्ष शुरू किए गए है. यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्यरत रहेंगे. कंपनी द्वारा तय किए काम नहीं करनेवाले अधिकारी एवं कर्मियों पर कडी कार्रवाई की जाएगी. अवकाश पर गए अधिकारी एवं कर्मचारियों को तुरंत काम पर आने के आदेश जारी किए गए है.

    हडताल के दौरान बिजली आपूर्ति अखंडित एवं नियमित रखने के लिए महावितरण ने नियुक्त किए गए एजेंसी के कामगार, ठेका कामगार, सेवानिवृत्त अभियंता एवं कर्मचारियों के अलावा सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग, विद्युत निरीक्षक एवं महाउर्जा विभाग के अभियंताओं को इस हडताल के समय विभिन्न उपकेन्द्रों में नियुक्त करने का निर्णय लिया है. महावितरण की ओर से नियुक्त की गई जो एजेंसी हडताल के समय काम नहीं करेंगी ऐसी एजेंसियों को तत्काल हटाया देने के निर्देश दिए गए है. बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के लिए जिन स्थानों पर सामग्री की आवश्यकता होगी ऐसे स्थानों पर आज ही सामग्री की व्यवस्था करने का निर्देश भी सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को दिया गया है.

    ग्राहकों को अखंडित बिजली आपूर्ति मिले इसके लिए महावितरण संपूर्ण ध्यान रख रहा है. बिजली आपूर्ति खंडित होने पर ग्राहकों को टोल फ्री नंबर 1800-212-3435/1800-233-3435/1912/19120 पर संपर्क करने को कहा गया है.

    सभी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं उर्जामंत्री देवेंद्र फडणवीस की उस्थिति में 4 जनवरी को दोपहर 1 बजे सहयाद्री अतिथि गृह में बैठक आयोजित की गई है.