हर्षोल्लास और धूमधाम से मनी महेश नवमी, 9 दिनों तक लिए गए विभिन्न कार्यक्रम

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    • 12 ज्योतिलिंग की झांकी ने मनमोहा

    चंद्रपुर. ५१५५ वी महेश नवमी पूरे हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाई गयी. महेश नवमी माहेश्वरी समाज के वंशोत्पत्ति दिवस के रूप में मनाई जाती है. इस वर्ष चंद्रपुर शहर में महेश नवमी उत्सव ९ दिन पूर्व ही आरम्भ हो गया था.

     इन ९ दिनों में माहेश्वरी युवक मंडल, माहेश्वरी महिला मंडल और माहेश्वरी सेवा समिति के द्वारा सामाजिक, धार्मिक, हेरिटेज, खेल, स्वास्थ, व्यतिक्त्व, प्रदूषण, सफाई आदि क्षेत्रो से जुड़े विभिन्न प्रकल्पो का आयोजन किया जिसमे “सेवा”, “त्याग”, और “सदाचार” की भावना की झलक दिख पड़ी. ८ जून को सुबह लक्ष्मीनारायण मंदिर में भगवन महेश का महाभिषेक किया गया, जिसमे समाज से कई गणमान्य सदयस्य सम्मलित हुए. साथ ही ब्लड शुगर चेक-उप का भी आयोजन किया गया.

    शाम में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी जिसमे विशेष आकर्षण महेश ढोल पथक और १२ ज्योत्रिलिंग की झांकी का था. शोभायात्रा के समय महेश भजन मंडल के द्वारा प्रस्तुत किये गए मधुर भजनो से पुरे शहर का समां महेशमय हो गया था.  समाज के हर व्यक्ति ने बढ़चढ़कर सहयोग लिया. शोभायात्रा का लक्ष्मीनारायण मंदिर से निकलकर, जयंत टॉकीज, रेडक्रॉस भवन, गिरनार चौक, सराफा, गांधी चौक होते हुए लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुंची. शोभायात्रा का जगह जगह पर विभिन्न संगठनों द्वारा स्वागत किया गया जिससे सभी का उत्साह द्विगुणित हो गया. १२ ज्योतिर्लिंग की सुन्दर झांकी चर्चा का विषय बना रहा.

    शाम में महेश भवन में मनोरंजक तम्बोला और महेश नवमी उत्सव में लिए गए सभी प्रतियोगिताओं का पुरस्कार वितरण किया गया. साथ ही रक्तदान शिबिर का आयोजन किया गया और ५१ यूनिट रक्त जमा किया गया. इस वर्ष में समाज में महेश नवमी उत्सव को लेकर काफी तन्मयता और जोश दिखा. माहेश्वरी युवक मंडल और माहेश्वरी महिला मंडल ने महेश नवमी उत्सव को सफल और यादगार बनाने के लिए समाज की सभी सदस्यों का आभार माना और अभिनन्दन व्यक्त किया.