Mayor-Commissioner protests against problems

  • कारीडोर में ईको प्रो का प्रदर्शन

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चीमुर. ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प के क्षेत्र से सटे उत्तर दिशा की ओर कारीडोर समिपस्थ बफर जोन के सटे बंदर कोल ब्लाक के कारीडोर क्षेत्र की निलामी करने का नर्णिय हाल ही में केंद्र सरकार ने लिया है. दौरान चीमुर उपविभागीय स्तर से परिसर के पाच ग्रापं का प्रस्ताव मंगाया है. बंदर का कोल ब्लाक देश के 41 कोल ब्लाक के सुची समावष्टि है. कोल ब्लाक की निलामी रोकने हेतु पर्यावरणवादी ने चिमुर खडसंगी के मुख्य मार्ग के सीएमपीडीआय के पास बंदर कोल व कारीडोर जंगल क्षेत्र में एल्गार किया गया.  

बंदर कोल ब्लाक का बंदर, शेडेगांव, अमरपुरी, मजरा, गदगांव जंगल परिसर कारिडोर से पहचाना जाता है. इसी मार्ग से बाघ व अन्य वन्यप्राणी स्थलांतरण करते है. इसी परिसर में बंदर कोल शुरू होने पर बाघ समेत अन्य वन्यप्राणीयों की मार्ग बंद होगा. मानव वन्यजीव संघर्ष बढेगा, गांव के पास मीट्टी के टिले तैयार होगे. खेती की जमीन का स्तर घटेगा. भद्रावती तहसील के कर्नाटका एम्टा खदान से गांव में जो परस्थितिि नर्मिाण हुई थी उसी तरह की परस्थितिि बंदर कोल परिसर में हो नर्मिाण हो सकता है ऐसा भय पर्यावरणवादीयों में नर्मिाण होने से बंदर कोल बंदर परिसर के कारीडोर क्षेत्र में ना हो इसलिए ईको प्रो के संस्थापक अध्यक्ष बंडु धोतरे के नेतृत्व में बंदर कारीडोर क्षेत्र के जंगल परिसर में पर्यावरणवादीयों ने एल्गार पुकारा है.  

इस समय जिले के ईकों प्रो संगठन के संस्थापक अध्यक्ष बंडु धोत्रे समेत तहसील के पर्यावरण वादी मंडल के अमोद गौरकार, विरेंद्र हिंगे, ताडोबा मीत्र के इमरान कुरेशी, पर्यावरण संवर्धन समिति के कवडु लोहकरे समेत पंचायत समिति के सदस्य अजहर शेख, मनसे के उपजिलाध्यक्ष प्रशांत कोल्हे, पुर्व सरपंच बंडु तराले, बाबा नन्नावरे व वन्य जीवप्रेमी आदी उपस्थित थे.