फर्जी रॉबरी मामला: मास्टर माइंड दिवानजी पुलिस हिरासत में, 1लाख 92 हजार 865 रूपयों का गबन

    Loading

    पोंभूर्णा:  पोंभूर्णा शहर में देशी शराब की भट्टी से जमा हुई राशि को लेकर जाते समय भट्टी के दिवानजी को घनोटी तुकूम गांव के पास लूटेरों ने रोककर उसके पास से 1 लाख 92 हजार रुपयों की राशि लूटने की जो कहानी दिवानजी ने अपने साथी के साथ गढी थी उसका पुलिस ने पर्दाफाश कर आरोपी और उसके साथी को छह दिन बाद  गिरफ्तार कर लिया और इस तरह फर्जी रॉबरी का मामला उजागर हुआ है.

    पोंभूर्णा शहर के छत्रपति शिवाजी चौक अलका बुक्कावार की देशी शराब की दुकान में दिवानजी के रूप में उमरी पोतदार निवासी बंडू शंकरवार कामावार कार्यरत था. भट्टी में जमा हुई राशि का सम्पूर्ण हिसाब किताब शंकरवार के पास होता था. 8 जनवरी को हमेशा की तरह शराब भट्टी में जमा की गई.

    1 लाख  4 हजार 940 रुपये एवं शुक्रवार की जमा राशि 77 हजार 925 रुपये कुल एक लाख  92 हजार  865 रुपये लेकर अपनी बाई से पोंभूर्णा से उमरी पोतदार जाते समय रात पौने दस बजे के दौरान घनोटी तुकूम गांव के समीपस्थ रात्र साढे दस बजे तीन नकाबपोशों द्वारा लूटे जाने की कहानी बनाकर उन्होने पुलिस एवं देशी शराब के दुकान मालिक को गुमराह किया था.

    घटना की पार्श्वभूमि को देख पुलिस विभाग ने छह दिनों तक इस मामले की गहन जांच की. 13 जनवरी को पुलिस स्टेशन उमरी पोतदार के थानेदार एवं चंद्रपुर स्थानीय अपराध अन्वेषण विभाग के उपनिरीक्षक गदादे ने दिवानजी बंडू शंकरवार से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगल दी. बंडू शंकरवार ने उक्त फर्जी की कहानी रची.

    इस रॉबरी में कुल राशि में से 1 लाख 32 हजार 240 रुपये के प्रकरण में मुन्ना घडसे के पास से अपराध अन्वेषण विभाग की टीम ने जब्त किये. जबकि 14 जनवरी को बंडू शंकरवार के घर से 60 हजार 625 रुपये उमरी पुलिस जब्त किया. दोनों आरोपियों को न्यायालय ने न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया है. आगे की जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में उमरी पोतदार थाने के थानेदार नीलकंठ कुकडे कर रहे है.