GMC में बेरा व नेट मशीन नहीं, दिव्यांग, मूक-बधिरों को हो रही परेशानी

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    बल्लारपुर. कई वर्षों से जिला सामान्य अस्पताल एवं अब पिछले 6-7 वर्षों से शासकीय मेडिकल कालेज के अस्तित्व में होने के बावजूद दिव्यांग व मूक-बधिरों को विकलांगता आनलाइन मेडिकल प्रमाणपत्र पाने के लिए आवश्यक बेरा एवं नेट मशीनें यहां उपलब्ध नहीं है. सरकार ने दिव्यांग व मूक-बधिरों का विकलांगता आनलाइन मेडिकल प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने के लिए सरकारी स्तर पर बेरा एंड नेट टेस्ट अनिवार्य किया हुआ है. किंतु यह सुविधा जिला सामान्य अस्पताल में उपलब्ध नहीं है.

    जिससे चंद्रपुर एवं गड़चिरोली जिलों के दिव्यांग व मूक-बधिरों को सेवाग्राम के महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइन्स, कस्तूरबा हास्पिटल, सेवाग्राम आचार्य विनोबा भावे मेडिकल कालेज सावंगी मेघे में बेरा एन्ड टेस्ट कराने जाना पड़ रहा है. 

    पालकमंत्री को सौंपा ज्ञापन

    टेस्ट के लिए सावंगी मेघे जाने के कारण दिव्यांग व मूक-बधिरों, उनके अभिभावकों एवं नाते रिश्तेदारों को शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए जिला सामान्य अस्पताल एवं शासकीय मेडिकल कालेज में बेरा एन्ड नेट टेस्ट मशीन उपलब्ध कराने की मांग संत गाड़गेबाबा महाराज जनसेवा संस्था के अध्यक्ष श्रीनिवास सुंचुवार ने जिले के पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार, पूर्व केंद्रय राज्यमंत्री हंसराज अहीर, विधायक सुधीर मुनगंटीवार, विधायक किशोर जोरगेवार, भाजपा के नेता चंदनसिंह चंदेल, कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष घनश्याम मूलचंदानी को ज्ञापन सौंपाकर की है.

    जल्द उपलब्ध कराएं मशीन

    ज्ञापन में कहा गया है कि चंद्रपुर-गड़चिरोली जिलों के दिव्यांग व मूक-बधिर मरीजों की जांच के लिए सेवाग्राम के महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइन्स, कस्तूरबा हास्पिटल, सेवाग्राम आचार्य विनोबा भावे मेडिकल कालेज सावंगी मेघे में बेरा टेस्ट कराने के लिए आवागमन में काफी परेशानी होती है.

    इसलिए जिला सामान्य अस्पताल तथा शासकीय मेडिकल कालेज में यथाशीघ्र बेरा एन्ड नेट मशीन उपलब्ध कराने की मांग उन्होंने की. जिससे दुर्गम क्षेत्र के दिव्यांगों को इसका लाभ मिल सके.