Sanjay Raut
संजय राउत (फाइल फोटो)

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मुंबई: एमपी संजय राउत ने एक बड़ा राजनीतिक बम फोड़ते हुए कहा है कि जल्द ही महाराष्ट्र (Maharashtra ) का सीएम बदलने वाला है। उन्होंने यह बयान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सांसद सुप्रिया सुले (MP Supriya Sule) के उस बयान के सन्दर्भ में दिया है, जिसमें उन्होंने अगले 15 दिनों में दिल्ली और महाराष्ट्र में दो बड़े सियासी धमाके की भविष्यवाणी व्यक्त की हैं। 

राउत ने कहा कि दो बड़े धमाके का मतलब मतलब है कि शिंदे गुट (Shinde Faction) के 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला हमारे पक्ष में दिल्ली से आएगा और दूसरा महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सीएम नहीं रहेंगे। महाराष्ट्र के सत्ता-संघर्ष पर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह फैसला जल्द आ सकता है। इस फैसले पर ही महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) का भविष्य टिका हुआ है।   

सबसे ज्यादा भ्रम सीएम फैला रहे हैं

सासंद संजय राउत ने आरोप लगाया कि महाविकास आघाड़ी में फूट को लेकर सबसे ज्यादा भ्रम राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि आघाड़ी पूरी तरह से मजबूत है। राउत ने कहा कि एनसीपी के सीनियर नेता अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को लेकर मैंने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से बात की है। एनसीपी सुप्रीमो ने इन खबरों को पूरी तरह से खारिज किया है।

बीजेपी की बड़ी भूमिका

एमपी संजय राउत ने यह भी कहा कि अजित पवार को लेकर जो खबरें छप रही हैं। इसे बीजेपी प्लांट कर रही हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिंदे गुट अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होगी।

इन ख़बरों का कोई मतलब नहीं: शरद पवार  

महाराष्ट्र के पुणे जिले के पुरंदर इलाके में शरद पवार ने पत्रकारों से कहा कि मीडिया के दिमाग में जो चर्चा चल रही है, वह ‘हमारे दिमाग’ में नहीं चल रही। उन्होंने कहा कि इन सब पर बात करने का कोई फायदा नहीं है। मैं एनसीपी और अपने सभी साथियों के बारे में यह कह सकता हूं कि हमारी बस एक सोच है कि पार्टी को कैसे मजबूत बनाया जाए और किसी के मन में कोई और विचार नहीं है। पवार ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल अपने क्षेत्र में स्थानीय चुनाव में व्यस्त हैं और पार्टी नेता अजित पवार भी पार्टी के काम में व्यस्त हैं और सभी को मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं।  शरद पवार ने कहा कि उनके इस स्पष्टीकरण के बाद मीडिया को इस मामले को बढ़ाने की जरूरत नहीं है।