Naxal
File Photo

    Loading

    • सुरजागढ़ रैली में शामिल हुए थे नक्सली

    गड़चिरोली. 26 अक्टूबर को एटापल्ली तहसील मुख्यालय में सुरजागढ़ प्रकल्प के खिलाफ तहसील के ग्रामीणों ने रैली निकाली थी. इस रैली में दो नक्सली शामिल होने की गोपनिय जानकारी मिलते ही पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है.

    गिरफ्तार नक्सलियों में एक्शन टिम सदस्य जहाल नक्सली मुडा मासा झोही और जनमिलिशिया सदस्य मैनु दोरपेटी का समावेश है. दो नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सल आंदोलन को बड़ा झटका लगा है. बता दे कि, सरकार द्वारा दोनों नक्सलियों पर प्रत्येकी 2 लाख रूपयों का इनाम रखा गया था. इधर एकसाथ दो नक्सली गिरफ्तार होने से पुलिस विभाग को बड़ी सफलता मिलने की बात कही जा रही है.

    इन अपराधों में लिफ्त थे नक्सली

    1). मुड़ा झोही: यह एटापल्ली तहसील के गोरगुट्टा निवासी होकर उसका 27 फरवरी 2019 को झारेवाड़ा,15 मार्च 2020 को बोडमेटा और 4 मार्च 2021 को कोपर्शी जंगल क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में समावेश था. वहीं मुड़ा गट्टा दलम में शामिल होने के बाद नक्सलियों के अॅक्शन टीम का सदस्य था. सरकार ने मुड़ा पर 2 लाख रूपयों का इनाम रखा था.

    2)सैनु दोरपेटी: यह एटापल्ली तहसील के बोटमेटा निवासी होकर उसका 19 सितंबर 2021 को सोमाजी सडमेक नामक व्यक्ति की हत्या 11 मई 2021 को गट्टा पुलिस थाने पर हुए नक्सली हमले में समावेश था. सरकार ने सैनु पर भी 2 लाख रूपयों का इनाम रखा था. सैनु यह जनमिलिशिया सदस्य होकर वह नक्सलियों के हिसंक वारदाते करने में सहयोग कर रहा था.

    शुरू माह में 4 नक्सली गिरफ्तार

    शुरू अक्टूबर माह में पुलिस विभाग को 4 नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. जिसमें 11 अक्टूबर को एटापल्ली तहसील में अजय हिचामी नामक जहाल नक्सली को गिरफ्तार किया गया था. विशेषत: इसी दिन महामहिम राज्यपाल गड़चिरोली के दौरे पर आए हुए थे. इसके बाद 19 अक्टूबर को अहेरी तहसील के जंगल में मंगरू मड़ावी नामक नक्सली को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली. और अब मुड़ा झोही और सैनु दोरपेटी को गिरफ्तार किया गया है. जिससे शुरू माह में अब तक पुलिस विभाग ने 4 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है.

    हिंसा का मार्ग त्यागे नक्सली: एसपी गोयल

    एकसाथ दो नक्सली गिरफतार होने से पुलिस जवानों के कार्य की सराहना करते हुए जिला पुलिस अधिक्षक अंकित गोयल ने कहां कि, जिला पुलिस दल के जवान अपनी जान दावं पर लगाकर नक्सलियों के हिसंक कार्रवाईयों पर अंकुश लगाए हुए है. जिससे जिले में नक्सली कार्रवाईयां काफी कम हो गयी है. नक्सली हिंसा का मार्ग छोड़कर आत्मसमर्पण करें, ऐसा आहवान उन्होंने किया है.