Take action against veterinary officer, otherwise agitation; Animal Friends Board warned

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गडचिरोली. गडचिरोली शहर में घायल अथवा बिमार पशुओं पर स्थानीय पशुवैद्यकीय अधिकारी उपचार करने में अनदेखी कर रहे है. जिससे पशु वैद्यकीय अधिकारियों पर कार्रवाई करें, अन्यथा तीव्र आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी गडचिरोली के पशु मित्र मंडल ने जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त तथा सदस्य सचिव जिला प्राणी क्लेश प्रतिबंधक समिति, गडचिरोली को सोंपे ज्ञापन में दी है. 

ज्ञापन में कहां गया कि, गडचिरोली शहर के चारों मुख्य मार्ग तथा अंतर्गत मार्गो से बडे पैमाने पर वाहनों की आवाजाही होती है. जिससे दुर्घटना होकर लावारिश तथा सडक पर बैठे पशु घायल होने का प्रमाण बढ गया है. वहीं लावारिश और बिमार पशु भी पाए जा रहे है. लेकिन उनपर उपचार करने में स्थानीय पशुवैद्यकीय अधिकारी अनदेखी कर रहे है. घायल, बिमारी पशु मिलने पर पशु मित्र द्वारा पशुवैद्यकीय अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया जाता है. लेकिन अधिकारी किसी भी तरह का प्रतिसाद नहीं देते. अनेक बार अपना मोबाईल बंद कर देते है. 

शनिवार और रविवार को अधिकारी उपचार करने के लिये नहीं आते. गडचिरोली यह जिला मुख्यालय होकर तथा यहां पर जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त कार्यालय होकर भी  पशुवैद्यकीय अधिकारी मनमानी कर रहे है. जिससे अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतनेवाले पशुवैद्यकीय अधिकारी पर कार्रवाई करें, अन्यथा तीव्र आंदोलन किया जाएगा. ऐसी चेतावनी दी गई है.

इस समय बटेश्वर महादेव गोशाला के प्रफुल बिजवे, पशु मित्र अजय कुकुडकर नितेश खडसे, अनिल बालेकरमकर, मुरारी तिवारी, मृणाल राऊत, वैभव बोबाटे, योगेश हजारे, पंकज फरकडे, प्रदीप सोनटक्के, गुणवंत बाबनवाडे, मनोज पीपरे, मकसुद सय्यद, अनुप म्हाशाखेत्री, आकाश कोडाप, नितेश टेंभुर्णे, अविनाश बांबोले आदि उपस्थित थे.