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गड़चिरोली. मौसम विभाग द्वारा दिए चेतावनी के अनुसार मंगलवार 19 मार्च को शाम के दौरान गड़चिरोली जिले में तूफानी बारिश हुई. शाम के दौरान जिले में जगह-जगह बिजली की कड़कड़ाहट के साथ तूफानी बारिश होने से जनजीवन प्रभावित हुआ. इससे वातावरण में शीतलता निर्माण हुई. हालांकि इस दौरान लोगों का जीवन भी प्रभावित हुआ. लेकिन बीते दिनों से बढ़ती गर्मी से लोगों को राहत मिली है. लेकिन बेमौसम बारिश से मक्का समेत सब्जी फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है.

वहीं जिले के किसानों में निराशा का वातावरण है. विदर्भ के साथ जिले में तूफानी बारिश की संभावना जताई थी. जिससे सोमवार को रात के दौरान जिले में कुछ जगह हल्की बारिश दर्ज की गई. ऐसे में वहीं मंगलवार को भी सुबह से बादल छाए हुए थे. जिससे शाम के दौरान हवाएं चलने के साथ बारिश भी हुई.

जिला मुख्यालय होने वाले गड़चिरोली शहर समेत जिले के अनेक तहसीलों में भी बिजली के कड़कड़ाहट के साथ झमाझम बारिश हुई. इस बारिश के कारण विगत कुछ दिनों से बढ़ती तपिश व उमस से त्रस्त नागरिकों राहत मिली है. लेकिन तूफानी बारिश के कारण किसानों को सबसे ज्यादा झटका लगा है. सब्जी फसले के साथ मक्का फसलों पर भी बारिश का प्रभाव पड़ा. बारिश से उक्त फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है. जिससे किसान संकट से घिरे हैं.

बेमौसम बारिश से भीगा लाखों क्विंटल धान 

आदिवासी विकास महामंडल अंतर्गत विभिन्न कार्यकारी संस्था के माध्यम से जिले के समर्थनमूल्य धान खरीदी केंद्र पर साढ़े 8 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई. लेकिन 4 माह बीतने के बाद भी केंद्र के धान नहीं उठाए जाने से विभिन्न खरीदी केंद्र परिसर में खूले में तिरपाल ढंक  कर रखा गया था. इस बीच कल शाम हुई बारिश में धान भीगने से सरकार का लाखों रुपयों का नुकसान होने की बात कही जा रही है. 

वातावरण में शीतलता 

मार्च माह के पहले सप्ताह से जिले के तापमान में व्यापक वृद्धि दिखाई दी. सूरज की तपिश ने लोगों को त्रस्त कर दिया था. ऐसे में मंगलवार को हुई बारिश के कारण 36 पर रहने वाला पारा नीचे उतरा. ऐसे में वातावरण में शीतलता निर्माण हुई. जिससे गर्मी में भी सर्दी का एहसास हुआ. लेकिन इस बदलते वातावरण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर विपरित परिणाम होने की संभावना है.