सभी अनुमानों के विपरित जिप में हुआ BJP-NCP गठबंधन, भाजपा के रहांगडाले अध्यक्ष व राकांपा के गणवीर उपाध्यक्ष

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    गोंदिया. जिला परिषद चुनाव हो जाने के बाद पदाधिकारियों के चयन को लेकर दीर्घ प्रतीक्षा की जा रही थी. आखिरकार  10 अप्रैल को इसके अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव संपन्न हुए. उसमें  जैसा की पूर्व अनुमान व कयास लगाए जा रहे थे कि जिप के पदाधिकारियों के चुनाव में कुछ भी हो सकता है.

    यह अनुमान एकदम सच साबित हो गया है और भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस, चाबी संगठन व निर्दलीय सदस्यों ने  मिलकर  कांग्रेस को पूरी तरह अलग थलक करके रख दिया तथा भाजपा व राष्ट्रवादी कांग्रेस  के   गठबंधन के माध्यम से  जिप पर अनपेक्षित ढंग से कब्जा कर लिया.

    इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के सोनी(गोरेगांव) जिप क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य पंकज रहांगडाले ने नामांकन दाखिल किया था. वे भाजपा के पूर्व विधायक खोमेश  रहांगडाले के पुत्र व जिला भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष है.  उनके विरुध्द कांग्रेस की उषा मेंढे मैदान में थी. इसी तरह उपाध्यक्ष पद के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस से यशवंत गणवीर के खिलाफ कांग्रेस के जितेंद्र कटरे प्रत्याशी थे. इस चुनाव की प्रक्रिया सदस्यों ने हाथ उठाकर पुर्ण की है. जिसमें 13 के मुकाबले अध्यक्ष पंकज रहांगडाले निर्वाचित हुए है. इसी तरह उपाध्यक्ष पद पर यशवंत गणवीर विजयी हुए है.

    इस चुनाव प्रक्रिया का दायित्व अपर जिलाधीश राजेश खवले व सहायक सीईओ नरेश भांडारकर ने पुर्ण की है. इन निर्वाचन के बाद पंकज रहांगडाले को जिप की पूर्व उपाध्यक्ष रचना गहाणे उनके केबिन में लेकर गई जहां भाजपा के जिलाध्यक्ष केशवराव मानकर, विधायक विजय रहांगडाले, नगराध्यक्ष अशोक के. इंगले, पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल,  हेमंत पटले, रमेश कुथे, खोमेश रहांगडाले, व भेरसिंह नागपुरे, जिप के पूर्व अध्यक्ष विजय शिवणकर, लक्ष्मीकांत बारेवार, अशोक लंजे, गजानन फुंडे, बाला अंजनकर आदि ने  रहांगडाले का स्वागत किया. इसके पूर्व दोपहर 3.30 बजे सभी सदस्यगण अलग अलग  वाहनों से जिप सभागृह में दाखिल हुए.

    इस चुनाव के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सभाकक्ष के समक्ष उपस्थित थे. जबकि भाजपा के अधिकांश पदाधिकारी जिप अध्यक्ष के कक्ष में बैठे थे. इस चुनाव को लेकर जिले में पुन: अवैध गठबंधन की चर्चाएं जोरों पर शुरू हो गई है. इसके पूर्व भाजपा व कांग्रेस ने गठबंधन कर जिप में 5 वर्ष तक सत्ता का संचालन किया था. जबकि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद राष्ट्रवादी कांग्रेस को सत्तारुढ होने से वंचित रखा था. इस बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपना पुराना हिसाब चुकता कर कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका दिया है.

    इस चुनाव में दल मिले है लेकिन दिल नहीं मिले है वाली कहावत चरितार्थ हो रही है. इस चुनाव में निर्वाचन के बाद दोनों पदाधिकारियों को सभागृह के बाहर लाने की बजाए उन्हें पहले उनके कक्ष में ले जाया गया. इस चुनाव के लिए ग्रामीण पुलिस थाने के थानेदार बालासाहब बोरसे के नेतृत्व में पुलिस विभाग का तगड़ा बंदोबस्त किया गया था. इस समय पुलिस निरीक्षक विशाल नाडे, सतीश जाधव, सहायक पुलिस निरीक्षक आसाराम चव्हान, पुलिस उप निरीक्षक तिवारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस जवान तैनात थे. सभागृह के पास वाला पश्चिम क्षेत्र का प्रवेश द्वार आवागमन के लिए बंद कर  दिया गया था. 

    जिप में निर्वाचित सदस्यों की संख्या बल इस प्रकार है. 

    भाजपा 26, राष्ट्रवादी कांग्रेस 8, कांग्रेस 13, चाबी संगठन 4 व निर्दलीय सदस्य 2 इस तरह कुल 53 सदस्यों का समावेश है. जिससे इस चुनाव में भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस, चाबी संगठन व निर्दलीय सदस्यों की संख्या 40 हो गई है. जबकि 13 सदस्यों वाली कांग्रेस पार्टी की अपनी अलग पहचान स्थापित हुई है. 

     राकांपा नेता पूर्व विधायक राजेंद्र जैन, राकांपा के जिलाध्यक्ष गंगाधर परशुरामकर, किशोर तरोणे, नानु मुदलियार, घनश्याम  अग्रवाल, केतन तुरकर, विनीत सहारे, अखिलेश सेठ, बाला काशीवार, बालकृष्ण पटले, राजु एन. जैन, सुनील पटले, डा. संजय पटले, डा.संजय रहांगडाले, जयचंद राऊत, विजय नंदेश्वर, महेंद्र रहांगडाले, उत्तम नंदेश्वर, इंद्रकांत राऊत, धनराज बिसेन, पवन राऊत, सोमेश्वर बोपचे, मुकेश बेलगे आदि  उपस्थित थे.