BGW Hospital Gondia

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गोंदिया: जिले के एकमात्र बाई गंगाबाई शासकीय महिला अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों से लूटपाट बदस्तूर जारी है. अभी तक रोना था कि बिना भुगतान के कोई डिलीवरी नहीं होती. अब सर्जरी के लिए जरूरी सभी दवाएं और सामग्री भी बाहर से लाने सलाह दी जा रही है. सिजेरियन सेक्शन के लिए सुई, दस्ताने, इंजेक्शन, धागे, ब्लेड और बेटाडीन दवा सभी बाहर से लाने को कहा जाता है. करोड़ों रुपए की दवाओं का स्टॉक आने के बाद भी बाहर से दवा खरीदने की सलाह क्यों दी जाती है, यह समझ से परे है. 

जिले का एकमात्र महिला अस्पताल होने से रहती है भीड़

बीजीडब्लू शासकीय महिला अस्पताल में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा भंडारा, गढ़चिरोली और आसपास के जिलों सहित गोंदिया जिले की महिलाएं प्रसव के लिए आती हैं. जिले का एकमात्र महिला अस्पताल है. जिससे यहां हमेशा मरीजों की भीड़ रहती है. अस्पताल शासकीय मेडिकल कॉलेज के अधिनस्थ है. माना जा रहा था कि मेडिकल कॉलेज बनने से इस अस्पताल की सेवाएं बेहतर होंगी और इसका लाभ यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को मिलेगा और लूट-खसोट बंद होगी, लेकिन यह गलतफहमी निकली. 

अस्पताल में दवा फिर भी बाहर से मंगाई जाती है 

अस्पतालों में महिला मरीजों के साथ उत्पीड़न कोई नई बात नहीं है. बिना भुगतान के कोई काम नहीं होता. मरीजों के परिजन यह आरोप लगा रहे हैं कि उनके साथ आर्थिक लूट की जा रही है. बिना भुगतान के सिजेरियन डिलीवरी नहीं होती. पिछले कुछ महीनों से बाहर से दवा खरीदने के लिए चिठ‍्ठी लिख दी जाती है. सुई, धागा, ब्लेड, बेटाडीन, दस्ताने, इंजेक्शन जैसी सभी सर्जिकल आपूर्तियां खरीदने की सलाह दी जाती है. बड़ी संख्या में मरीजों को लूटा जा रहा है. वार्ड की नर्सें प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर रोगियों के रिश्तेदारों को दवाएं लाने के लिए पर्ची लिखती हैं. वार्ड के बाहर दरवाजे के पास एक व्यक्ति खड़ा रहता है. वह पर्ची ले लेता है और तुरंत मौके पर ही दवाइयां उपलब्ध करा देता है.