West Bengal's big step amid the threat of Omicron in the country, testing of booster dose will start soon
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    गोंदिया. 60 वर्ष वाले नागरिकों की सुरक्षा के लिए शासन ने बूस्टर डोज देने की अनुमति दी है. उन्हें नि:शुल्क डोज दिया जा रहा है. इसी में अब कोरोना पुन: एक बार पैर पसारते दिख रहा है. इसके बाद भी जिले के ज्येष्ठ नागरिकों ने (60प्लस) बूस्टर डोज की ओर से मुंह फेर लिया है. क्योंकि अब तक जिले में केवल 15 हजार 599 बूस्टर लगाए गए है.

    इसमें भी स्वास्थ्य कर्मचारी व फ्रंटलाइन वर्कर का समावेश है. कोरोना से बचाव करने के लिए टीका लेना जरूरी है. इसका असर कोरोना के तीसरे चरण में दिखाई दिया. क्योंकि तीसरे चरण के समय देश में बडे पैमाने पर टीकारण हो गया था. जिससे तीसरे चरण में केवल बुखार, सर्दी, खांसी होकर निकल गया.

    इसके बाद भी कोरोना से बचाव के लिए शासन ने 60 वर्ष वाले नागरिक तथा स्वास्थ्य कर्मचारी व फ्रंटलाइन वर्कर्स के बूस्टर डोज को अनुमति दी है. उन्हें अब भी नि:शुल्क बूस्टर डोज दिया जा रहा है. जिले में लगभग एक लाख से अधिक ज्येष्ठ नागरिकों ने दुसरा डोज लिया है. उसके बद अब तक केवल 15 हजार 599 बूस्टर लगाए गए है. जिले में कोरोना की परिस्थिति नियंत्रण में आने से लोग बूस्टर डोज लेने से कतराते दिखाई दे रहे हैं. 

    अन्यथा होगी केंद्रों पर भीड़

    देश में पुन: एक बार कोरोना पैर पसारते दिखाई दे रहा है. जिससे मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ रही है. इसी में जून, जूलाई महिने में चौथे चरण की बात कही जा रही है. उसे मात देने के लिए टीकाकरण यही एक पर्याय है लेकिन बुस्टर डोज की आंकडेवारी को देखकर जिलावासी बिनधास्त दिखाई दे रहे हैं. इसी तरह की स्थिति रही तो आगामी महिने में केंद्रों पर भीड़ बढने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. 

    नियमों का पालन जरूरी 

    जिला फिलहाल कोरोना मुक्त है, फिर भी बीच बीच में मरीज पाए जा रहे हैं. ऐसे में नागरिकों को बेफिक्र न रहकर निमयों का पालन करना अधिक जरुरी है. ऐसा होने पर जिले में कोरोना अपने पैर पसार नही सकेगा.