तूफान में फंसे सैनिक की मृत्यु

    Loading

    तिरोड़ा. ग्राम चिरेखनी निवासी महेंद्र भास्कर पारधी (37) यह भारतीय सेना की मराठा सेजीमेंट में अरूणाचल प्रदेश के डिबरुगढ़ सीमा पर तैनात था. 22 मार्च को दोप. 1 बजे के दौरान अचानक मौसम में आए बदलाव से तूफान व बारिश शुरू हो गई. जिससे पेट्रोलिंग कर रहे महेंद्र पारधी व उसके अन्य 5 साथी  एक दूसरे से बिछड़ गए और उसी तूफान व बादल फटने से वे फंस गए और शहीद हो गए.

    महेंद्र के परिवार में उसकी पत्नी गायत्री तथा दो पुत्र जानव व शिवाय है. महेंद्र अपने परिवार में दुसरे नंबर का था. उनसे बड़े चंद्रशेखर पारधी तथा उनसे छोटे दो भाई सोनु तथा फनेंद्र पारधी थे. महेंद्र ने सन 2004 में कर्नाटक  के बेलगाम में हवालदार से पद से अपनी सेवा प्रारंभ की. सेना में उनकी सेवा समाप्ती के 8 वर्ष बाकी थे. लेकिन इसी बीच देश सेवा के दौरान वे शहीद हो गए. 24 मार्च को  शव उनके ग्राम लाया जाएगा.

    घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राधेलाल पटले, पूर्व विधायक दिलीप बंसोड, जिप सदस्य किरण पारधी,  राजेंद्र तुरकर, भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ओम कटरे, जीतेंद्र चौधरी, पुलिस निरीक्षक योगेश पारधी आदि ने उनके घर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी.