Bad Road in Wardha
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    अर्जुनी मोरगांव. तहसील के अनेक रास्तों की स्थिति दयनीय है. अनेक रास्ते जीर्ण हो गए हैं. रास्ते निर्माण कार्यो को मंजूरी मिल गई है. निविदा भी निकाली गई है. लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार निर्माण कार्य विभाग द्वारा निविदा मॅनेज नहीं होने से उसे रद्द कर दोबारा से निविदा निकाली जा रही है और यह सब नजदीकी ठेकेदार के प्रति सॉफ्ट कार्नर के चलते निविदा मॅनेज करने का प्रयास किया जा रहा है. जर्जर हुए रास्तों से दुर्घटना की संभावना बढ़ रही है और लोगों की बलि चढ़ाई जा रही है.

    कुछ दिन पूर्व ही नवनीतपुर निवासी विद्यार्थी लोभेश श्यामराव ताराम (14) का संतुलन बिगडने से वह गड्ढें में जा गिरा जिसमें उसे गंभीर चोटें आई ऐसी अनेक घटनाएं इन जर्जर रास्तों पर हो रही है. केशोरी, महागांव, दिनकर नगर रास्ते की निविदा पिछले वर्ष निकाली गई. उसे रद्द कर दिया गया. कोरोना पश्चात पुन: निविदा निकाली गई लेकिन अब जो निविदा निकाली गई है वह मॅनेज नहीं होने से उसे रद्द किए जाने का प्रयास निर्माण विभाग क्र. 2 द्वारा किया जा रहा है.

    जनप्रतिनिधि व प्रशासन भी इस ओर अनदेखी कर रहा है. काम वितरण हो गए लेकिन ठेकेदार के लाभ विशेष संभावना नही होने से काम रद्द कर दिया गया.

    निविदा रद्द कर सुधारित बजट तैयार करना, मूल्याकंन करना, पुन: निविदा निकालकर उसे मॅनेज करना यह प्रकार अब आम हो गया है. इस प्रक्रिया में ही 3 माह से अधिक की अवधि बीत चुकी है. 2 माह बाद बारिश लग जाएगी और बारिश में रोड़ निर्माण के कार्य नहीं किए जाते. ऐसे में तहसील की जनता को जीर्ण हुए रास्तों से ही अपनी जान हथेली पर रखकर यातायात करना पड़ रहा है.

    बारिश के दिनों में यह परिस्थिति और भी विकट हो जाएगी. उक्त विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी टालमटौल का रवैया अपना रहे है. एक बड़े ठेकेदार को काम नहीं मिलने से पूर्व मंत्री का उपयोग कर बार बार निविदा रद्द किए जाने की चर्चा है.

    यह हैं रास्ते

    अड्याल-चिचगड़ राज्य महामार्ग क्र. 358 पर 61 किमी., सानगड़ी-कुरखेडा राज्य महामार्ग क्र. 362 पर 24 से 34 किमी. का नवीनीकरण, केशोरी-सिरोली-लाखांदुर मुख्य जिला मार्ग क्र. 41 का 0 से 6 किमी. तक के कामों की निविदा 18 फरवरी को निकाली गई और 23 फरवरी को दोबारा से उन्हीं कामों की निविदा निकाली गई. बार-बार पुरानी निविदा को रद्द कर नई निविदा निकाले जाने से इन रास्तों का काम कब प्रारंभ होगा इसकी किसी को जानकारी नही. 

    वह अधिकार गोंदिया विभाग का

    निविदा निकालने का कार्य उपविभागीय स्तर पर नहीं होता. हम बजट व डीटीपी तैयार करते है. निविदा प्रक्रिया अमल में लाए जाने का काम विभाग स्तर का है. यह निविदा क्यों रद्द हुई यह बताना संभव नहीं है. रद्द निविदा प्रक्रिया पुन: कराई जाएगी ऐसी जानकारी उपविभागीय अभियंता लांजेवार ने दी है.