इस साल जिला परिषद बजट बढ़ने की आसार, सभी विभागों को दिए आंकड़े पेश करने के आदेश

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जलगांव : जिला परिषद ग्राम पंचायत (District Council Gram Panchayat) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. पंकज आशिया (Officer Dr. Pankaj Ashiya) ने बताया है कि इस वर्ष जिला परिषद के बजट (Budget) बढ़ने के प्रबल आसार हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में 22 करोड़,18 लाख रुपए का बजट प्रशासक की ओर से पेश किया गया था। डॉ. आशिया ने बताया कि इस वर्ष जिला परिषद का बजट 30 करोड़ रुपए का रहेगा। उन्होंने बताया कि 8 मार्च को जिला अधिकारी बजट पेश किए जाने की घोषणा करेंगे। 

डॉ. पंकज आशिया ने पिछले महीने ही बजट संबंधी तैयारी करने संबंधी निर्देश दिए थे। बजट प्रस्तुत किए जाने के मद्देनजर निर्माण विभाग, सिंचाई, ग्रामीण जलापूर्ति, स्वास्थ्य विभाग, ग्राम पंचायत, शिक्षा विभाग, वित्त विभाग, महिला और बाल कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग, पशुपालन विभाग सहित ग्राम पंचायत के सभी विभागों को बजट संबंधी कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए थे। सभी विभागों की मांग पंजीयन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद वित्त विभाग उस पर आखिरी जांच कर रहा है। चालू वित्त वर्ष का बजट करीब 30 करोड़ रुपए होगा। 

पिछले साल की तुलना में आठ करोड़ रुपये बढ़ने की उम्मीद

पिछले कुछ वर्षों से जिला परिषद का बजट घटता जा रहा है। पिछले वर्ष 22 करोड़, 18 लाख रुपए का बजट प्रस्तुत किया गया था। कहा जा रहा है कि इस वर्ष भी जलगांव जिला परिषद (मिनी मंत्रालय) का बजट करीब 22 करोड़ रुपए रहेगा। इस वर्ष जिला परिषद को स्टांप ड्यूटी से आय प्राप्त होने के कारण जिला परिषद के बजट में वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है। इस वर्ष के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 8 करोड़ रुपए बढ़ने के आसार बताए जा रहे हैं।   

सरकार ने पीएफएमएस प्रणाली शुरू की है, इसलिए विभिन्न विकास कार्यों के बिलों की राशि सीधे संबंधित अधिकारियों या कार्यरत ठेकेदारों के खातों में जा रही है, इसलिए जिला परिषद को ब्याज के रूप में मिलने वाली 14 से 15 करोड़ की राशि नहीं मिल पा रही है, इसकी वजह से जिला परिषद का बजट अभी तक सामने नहीं आ पाया। 

27 मार्च तक बजट पेश किया जाएगा

जिला परिषद में अब वित्त विभाग से बजट तैयार करने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रत्येक विभाग से मांग की गई है और विभाग अध्यक्षों को 15 फरवरी तक मांग करने के निर्देश दिए गए, उसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि आंकड़ों की गणना के बाद 27 मार्च तक बजट पेश कर दिया जाएगा। जिला परिषद प्रशासक डॉ. पंकज आशिया को सेस निधि आवंटित करने का अधिकार है। 

पिछले वर्ष उन्होंने एक नई अवधारणा को लागू किया और प्रतियोगी परीक्षाओं के अध्ययन और छत्रपति शाहू महाराज सभागार के नवीनीकरण के लिए पर्याप्त प्रावधान किया। इस वर्ष भी शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विशेष अवधारणाओं को मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आशिया की ओर से लागू किया जाएगा, ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है।