अधर में लटका धुलिया शहर का सड़क डामरीकरण, जानें क्या है वजह

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धुलिया : शहर के देवपुर इलाके में वार्ड नं. दो में सड़क मरम्मत (Road Repair) का काम कई महीनों से अधूरा पड़ा है। इस सड़क का डामरीकरण (Asphaltization) न होने के कारण वाहन चालकों के साथ-साथ पैदल चलने वाले नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए सड़क का काम बीच में ही रोकने वाले ठेकेदार (Contractor) को काली सूची में डालने की मांग समाज सेवक अमोल सूर्यवंशी ने महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) से की है। 

सूर्यवंशी ने इस बारे में महानगरपालिका कमिश्नर देविदास टेकाले ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन मिलने के बाद महानगरपालिका कमिश्नर ने सड़क का निरीक्षण किया। सड़क निरीक्षण के दौरान पूर्व उप महापौर और पार्षद अनिल नागमोटे, पार्षद नंदलाल सोनार, कल्पेश थोरात, अमोल मोरे, अनुराम कुलकर्णी, प्रवीन हडतालकर आदि उपस्थित थे। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रभाग 2 में आगरा रोड पर जीटीपी स्टाप से एन.डी. सूर्यवंशी के घर तक, कृपाल मंडप से हजारे कॉलोनी मार्ग तक सड़क के डामरीकरण का आदेश विगत वर्ष 6 मई को जारी किया गया था। इसके बाद जीटीपी स्टाप से लेकर एन.डी. सूर्यवंशी के घर तक सड़क पर डामरीकरण तो कर दिया गया, लेकिन कृपाल मंडप से हजारे कॉलोनी तक सड़क का डामरीकरण का काम अधूरा ही छोड़ दिया गया है। 

छह महीने से सड़क का काम अधूरा

उल्लेखनीय है कि इस सड़क की मरम्मत का काम पूरा करने की कालावधि चार महीने तय की गई थी, लेकिन तय कालावधि पूर्ण होने के बाद भी सड़क का डामरीकरण नहीं किया गया। 2022 के मानसून सीजन को समाप्त हुए छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक सड़क का काम अधूरा पड़ा है। ठेकेदार ऋषिकेश महाजन ने तय समय में काम पूरा नहीं किया। कहा जा रहा है कि ठेकेदार ने राजनीतिक दल के एक रिश्तेदार के साथ मिलकर महानगरपालिका के अधिकारियों को बदनाम करने की साजिश रची। सूर्यवंशी ने ठेकेदार की काम में लापरवाही और वार्ड को बदनाम करने के मुद्दे पर महानगरपालिका कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा और सड़क निर्माण कार्य में कोताही बरतने वाले ठेकेदार को तत्काल काली सूची में डालने की मांग की गई।