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  • खड़से ने महाजन पर किया 1 रुपये मनमानी का दावा
  • 7 दिनों में माफी मांगे अन्यथा चप्पलें खाने तैयार रहे महाजन

जलगांव: विधायक एकनाथ खड़से (Eknath Khadse) ने मंत्री गिरीश महाजन (Girish Mahajan) की एक रुपया की कीमत लगाई है।उन्होंने महाजन के खिलाफ एक रुपये मानहानि (Defamation) का दावा वाली नोटिस (Notice) भेजी है। इस तरह की जानकारी रविवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में खड़से ने सार्वजनिक की है। 

महाजन का क्या था विवादित बयान 
गौरतलब हो कि एकनाथ खडसे को दिल का दौरा पड़ा था और उनके दिल ने धड़कना बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एअर  बस भिजा कर मुंबई में इलाज के लिए भर्ती कराया था। इस पर ग्राम विकास मंत्री गिरीश महाजन ने मीडिया में विवादित वक्तव्य दिया था कि विधायक एकनाथ खड़से बीमारी का ढोंग कर रहे हैं, बिना कारण अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। उत्खनन मामले में 137 करोड़ के नोटिस पर मुख्यमंत्री को कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। गुहार लगा रहे कि मेरी तबीयत नाजुक बनी हुई है। विमान भेजें। कौनसी उनकी तबीयत खराब है। सब नाटक है, न्यायालय से सहानुभूति प्राप्त करने के लिए ये सब कर रहे हैं। इस तरह बयान महाजन ने दिया था।

 
 
खड़से ने किया था ओपन चैलेंज  
महाजन के बयान पर भड़के खड़से ने मंत्री महाजन को ओपन चैलेंज किया था कि मेरी बीमारी अगर नकली है तो मुझे भरे चौराहे पर चप्पलों से मारा जाए अन्यथा अगर बीमारी सही निकली तो मैं तुम्हें चप्पलों से मारूंगा। 

 
खड़से ने दिखाया सबूत 
इस पर खड़से ने  बॉम्बे हॉस्पिटल का मेडिकल प्रामाणपत्र दिखाते हुए महाजन को आव्हान किया कि सात दिनों के भीतर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे। अन्यथा ₹1 मानहानि दावे का सामना करने और साथ ही चप्पल खाने को भी तैयार रहें। खड़से ने कहा कि राजनीतिक विरोधी होने के बावजूद मुख्यमंत्री शिंदे ने सारे मतभेद भुलाकर मेरी जान बचाने के लिए विमान भेजा था, वहीं उनकी सरकार के मंत्री महाजन मेरी बीमारी का मख़ौल उड़ाकर एक तरह से मुख्यमंत्री की आवमाना कर रहे हैं।

137 करोड़ रुपये के उत्खनन मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए खडसे ने कहा कि राज्य सरकार ने 2017 में सरकारी अध्यादेश निकाला था। जिसमें कहा है कि नेशनल हाईवे, सड़कें, खेत खलियान में ऊंची नीची जमीन को लेवल करने के लिए टीलों को जमींदोज किया जा सकता है और निर्धारित उत्खनन के मामले में संबंधित ठेकेदार को दोषी ठहराया जाएगा। राजस्व विभाग उससे पांच गुणा अधिक जुर्माना वसूलने की नोटिस जारी कर सकता है। खड़से परिवार की जमीन के मामले में ठेकेदार को नोटिस ना देते हुए जानबूझकर परिवार को निशाना बनाया गया है। 

जबकि एसआईटी जांच में खड़से को परिवार को नील रिपोर्ट दी गई
मंत्री गिरीश महाजन ने राजनीतिक दुश्मनी के चलते जिला प्रशासन को हाथ में लेकर उत्खनन मामले में खड़से परिवार को फंसाया है। इस तरह का हमला पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने मंत्री महाजन पर बोला है। तीन विभाग के मंत्री होने के बावजूद जिले में अभी तक कोई भी परियोजना नहीं आई जिसके चलते युवाओं को रोजगार नहीं मिला है। जो भी विकास हुआ है वह एकनाथ खड़से को दौर ही में हुआ है।
 
कपास के गिरते दामों पर मंत्री गिरीश महाजन मौन धारण कर बैठे हैं। खानदेश का किसान आर्थिक संकट में घिरा हुआ है। सरकार में होने के बावजूद मंत्री उन्हें उचित दाम नहीं दिला पा रहे। कभी कपास का दाम ₹12000 हुआ करता था। आज वही दाम 6 हजार से 5 हजार के बीच में आ गया है। मंत्री किसानों की आवाज उठाने सड़कों पर आने तैयार नहीं है। इस तरह विधायक खडसे ने मंत्री महाजन, मंत्री गुलाब राव पाटिल और अनिल पाटिल को घेरा।