Gulabrao Patil
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    जलगांव: जलगांव जिले के पालकमंत्री गुलाबराव पाटिल (Guardian Minister Gulabrao Patil) भी गुवाहाटी (Guwahati) पहुंच गए हैं। अब जलगांव जिले (Jalgaon District) की राजनीतिक स्थिति ये है कि जिले के चारों विधायक एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के साथ हो गए हैं, वहीं शिवसेना (Shiv Sena) समर्थक चंद्रकांत पाटिल भी इन्हीं चारों के पीछे चल सकते हैं, ऐसी चर्चा जलगांव में चल रही है। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण महाविकास आघाड़ी सरकार का अस्तित्व खतरे में है, वहीं यह बात सामने आई है कि खानदेश में शिवसेना को भारी नुकसान होने वाला है।

    जलगांव के पालकमंत्री गुलाबराव पाटिल भी नॉट रीचेबल हो गए हैं। कल से सभी प्रसार माध्यम शिवसेना के कई मंत्रियों और विधायकों की जानकारी मे जुटे हैं, लेकिन शिवसेना के विधायक भी गायब हैं। ऐसा माना जा रहा है कि शायद शिवसेना विधायकों की महाविकास आघाड़ी के साथ नाराजगी खुलकर सामने आ जाएगी।  जलगांव जिले के चिमणराव पाटिल,  किशोर आप्पा पाटिल और लताताई सोनवणे ये तीनों विधायक पहले से ही एकनाथ शिंदे के साथ हैं। ऐसा भी माना जा रहा था कि राज्य के पानी आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री और जलगांव के पालकमंत्री गुलाबराव पाटिल अपनी पार्टी के साथ खड़े रहेंगे, लेकिन कल से मामला संदेहास्पद हो गया है। वो भी गुवाहाटी की ओर रवाना हो गए हैं, ऐसा कहा जा रहा है। मुक्ताईनगर के शिवसेना समर्थक विधायक चंद्रकांत पाटिल भी मुंबई में डेरा डाले हुए हैं। हो सकता है वों भी वहां से गुवाहाटी के लिए निकल गए है। कल से जो राजनीतिक स्थित बना हुई है, उसमें देखा गया कि शिवसेना के चार और विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हो गए हैं।

    शिंदे को गॉडफादर मानते हैं पाटिल

    गुलाबराव पाटील एकनाथ शिंदे के कट्टर समर्थक समझे जाते हैं। वो शिंदे को गॉडफादर भी मानते हैं। ऐसे में वो शिंदे का हाथ पकड़ सकते हैं। इसी बीच, जल आपूर्ति और स्वच्छता राज्य मंत्री और जलगांव जिले के पालकमंत्री गुलाबराव पाटिल भी नॉट रीचेबल हैं। इस स्थिति को देखते हुए पूरे जलगांव जिले के साथ खानदेश में गुलाबराव पाटील को लेकर विभिन्न चर्चा हो रही हैं। राजनीतिक गलियारों में खुशियों का माहौल बना हुआ है। कहा जा रहा है कि बीजेपी और शिवसेना के बीच समझौते की बात चल रही है। कुछ लोगों का मानना है कि हो सकता है सरकार ठाकरे ही बनाएं, लेकिन अपनी पुरानी जोड़ी के साथ, ऐसे में यह कहा जा सकहा है कि बीजेपी-शिवसेना के दिल फिर से मिल सकते हैं।

    शिंदे को मनाने में शिवसेना की कोशिश नाकाम

    शिवसेना के एक मजबूत नेता और महाविकास आघाड़ी सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे अपने विधायकों के समूह के साथ सूरत के मेरिडियन होटल में लंबे समय तक रहे। शिवसेना द्वारा विद्रोही शिंदे के साथ समझौता करने का प्रयास किया गया था। कल दिन भर नाटकीय कार्यक्रम हुए। आरोप था कि शिंदे कुछ विधायकों को दबाव बनाकर सूरत ले गए थे। कई लोगों के मनाने की शिवसेना की कोशिश नाकाम रही। एकनाथ शिंदे अपने फैसले पर अड़े हुए हैं और अब सूरत से एकनाथ शिंदे की फौज गुवाहाटी के रैडिसन होटल पहुंच गई है। इस बीच शिंदे ने दावा किया है कि उनके साथ 40 विधायक हैं।