बारिश से खुली जामनेर नगर परिषद की पोल, सफाई के बाद भी जम गए नाले

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    जामनेर : बारिश (Rain) ने जामनेर नगर परिषद (Jamner City Council) की ओर से की गई मानसून पूर्व नाला (Drain) सफाई (Cleanliness) की पोल खोल दी है। जलगांव सड़क से सटा नाला पूरी तरह से ब्लॉक हो चुका है। इस ठहरे हुए पानी मे प्रशासन की मेहरबानी से मच्छर पैदावार केंद्र शुरू हो जाएगा लाखो करोड़ो मच्छर शहर में डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियां फैलाएंगे जिसके बाद अस्पताल के बिल आम आदमी की जेब साफ कर देंगे। 

    हर साल नगर परिषद की ओर से नाला सफाई का महान काम करवाने के लिए लगाए जाते भाड़े के बुलडोजर को किराए के रूप मे सरकारी तिजोरी से लाखों रुपए अदा किया जाता है। वैसे शहर और ब्लॉक के समग्र विकास वाले महा अभूतपूर्व मंथन के लिए तकनीकी क्षेत्र मे अपार ज्ञान का भंडार, संसाधन और करोड़ो रुपए की मशीनरीज रखने वाले ठेकेदारो की जामनेर मे कोई कमी नहीं है। बस शर्त एक है कि इन ठेकेदारो की दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की का राज न पूछा जाए। तभी तो शहर मे किया गया हर एक सार्वजनिक काम अपने आप में गुणवत्ता और मजबूती की बेजोड़ नजीर पेश करता है। 

    गुमनामी से निकाला गया मॉल का आरक्षण

    कन्या स्कूल में बन रहे 200 दुकानें की क्षमता वाले शॉपिंग मॉल के 35 दुकानें का सरकारी आरक्षण आज घोषित किया गया है। नियमो के मुताबिक सामाजिक मानको के तहत 35 दुकानें वितरित की जानी थी जिसको लेकर कोई भी सूचना या सार्वजनिक नोटिस आम जनता तक प्रसारित नही की गई। बेहद गुप्त तरीके से इस आरक्षण ड्रा को कानूनी रूप दे दिया गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिलेक्टेड लाभधारक कितने भाग्यवान रहे होगे। अब 165 दुकाने अनारक्षित है जिनके डिपॉजिट को लेकर कानूनी प्रक्रिया पूरी करनी होगी वो कैसे होगी वह बताने की आवश्यकता नहीं है। निगम में सत्ता किसी भी दल की हो उक्त तमाम मामलो में कोई पारदर्शिता नही है। वैसे वर्तमान सदन मे विपक्ष का एक भी सदस्य चुनकर नहीं आ सका है मंत्री की पत्नी साधना महाजन लोकनियुक्त नगर अध्यक्षा है।