
छत्रपति संभाजीनगर: महाराष्ट्र के ठाणे और नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में हुए मौतों के बाद छत्रपति संभाजीनगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (Chhatrapati Sambhajinagar Government Hospital) से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे के भीतर कम से कम 18 मौत दर्ज की गईं।
24 घंटे में 18 मौत
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘छत्रपति संभाजीनगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो अक्टूबर को सुबह आठ बजे से तीन अक्टूबर सुबह आठ बजे के बीच 18 मौत दर्ज की गईं।” उन्होंने कहा कि जीएमसीएच में दर्ज 18 लोगों की मौतों में से चार लोगों को अस्पताल में मृत लाया गया था।
इन वजहों से हुई मौतें
चिकित्सा अधीक्षक ने कहा, ‘‘जान गंवाने वाले 18 लोगों में से दो मरीजों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई, जबकि दो अन्य निमोनिया से पीड़ित थे। जान गंवाने वाले अन्य तीन मरीज गुर्दे के निष्क्रिय होने और एक अन्य मरीज यकृत निष्क्रिय होने की समस्या से पीड़ित था। यकृत और गुर्दा निष्क्रिय होने से एक अन्य मरीज की मौत हो गई। सड़क दुर्घटना, जहरीले पदार्थ और अपेंडिक्स फटने के कारण एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर है।” अधिकारी ने कहा कि अस्पताल में समय पूर्व जन्मे दो बच्चों की इलाज के छठे दिन (दो से तीन अक्टूबर के बीच) मौत हो गई।
दो दिन में 31 मौतें
उल्लेखनीय है कि इससे पहले मराठवाड़ा के ही नांदेड़ स्थित डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 24 घंटे में 24 मौत दर्ज की गई थीं और इसके बाद एक से दो अक्टूबर के बीच सात अन्य मौत दर्ज की गईं जिससे 48 घंटे में कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 31 हो गई थी।
ठाणे में भी हुई थी 18 मरीजों की मौत
पता हो कि नांदेड़ कि घटना के पहले ठाणे जिले के कलवा में छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में बीते 12 से 13 अगस्त के बीच 24 घंटे में कुल 18 मरीजों की ऐसे ही मौत हो गई थी। जिसको लेकर भी राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया गया था। (भाषा इनपुट के साथ)