मुंबई: हिंदमाता, गांधी मार्केट सायन और सांताक्रुज मिलन सबवे पर बनाए गए वाटर स्टोरेज टैंक के कारण इस बरसात (Rain) में इन स्थानों पर पानी जमा (Water Logging) नहीं होगा। बीएमसी (BMC) अधिकारियों के साथ मिलने सबवे में बन रहे स्टोरेज टैंक का निरीक्षण करने गए पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने यह विश्वास व्यक्त किया। महानगरपालिका के एसडब्ल्युडी विभाग द्वारा सांताक्रुज स्थित मिलन सबवे में जमा होने वाले पानी की निकासी के लिए लायंस क्लब ग्राउंड में स्टोरेज टैंक का निर्माण किया गया है।
इस अवसर पर बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि मिलन सबवे को जलजमाव से राहत दिलाने के लिए जलाशय टैंक का काम जोरों से चल रहा है। इस साल इसका अस्थायी उपयोग शुरु करना संभव होगा। इससे सांताक्रुज के नागरिकों को राहत मिल सकेगी। मिलन सबवे का यह जलाशय हिंदमाता की तर्ज पर बनाया जा रहा है।
लोगों को मिलेगी बारिश में राहत
इसी तरह हिंदमाता क्षेत्र को बारिश के पानी से राहत दिलाने के लिए सेंट जेवियर्स ग्राउंड और प्रमोद महाजन उद्यान में जलाशयों का निर्माण किया गया है। गांधी मार्केट में भी इसी तरह के उपाय किए गए हैं। भारी बारिश के कारण जमा पानी को पंप कर इन जलाशयों में जमा किया जाएगा। बरसात कम होने के बाद इस टैंकों में जमा पानी को समुद्र में छोड़ दिया जाएगा। मिलन सबवे में भी इसी तरह के उपाय किए जा रहे हैं। भारी बारिश के दौरान हिंदमाता, गांधी मार्केट और मिलन सबवे में जमा होने वाले पानी से राहत मिलेगी। आदित्य ठाकरे ने कहा कि पूरे मुंबई में मानसून के समय होने वाले जलजमाव को कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
मिलन सबसे टैंक की भंडारण क्षमता 20 मिलियन लीटर
After Hindmata Market flood water storage tank, we are now actively working to prevent flash floods at Milan Subway. Since the commencement of work in April, progress on holding tank at Milan Subway is on track. pic.twitter.com/PZBNN6Zod6
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) June 17, 2022
मिलन सबवे में टैंक की भंडारण क्षमता लगभग 20 मिलियन लीटर है। मिलन सबवे क्षेत्र में भारी बारिश की स्थिति में पानी को पंप कर इस जलाशय में जमा किया जाएगा। इसके लिए 3,000 क्यूबिक मीटर प्रति घंटे की क्षमता वाले कुल दो लिफ्टिंग पंप चालू किए जाएंगे। मिलन सबवे में जमा होने वाला पानी 6,000 क्यूबिक मीटर प्रति घंटे की क्षमता से पानी पंप किया जा सकता है। इस टैंक का काम 8 अप्रैल, 2022 को शुरु किया गया था। 70 x 55 मीटर वाले टैंक की गहराई लगभग 10.5 मीटर होगी। इनमें से 8 मीटर की गहराई तक खुदाई का काम पूरा कर लिया गया है। इस टैंक का निर्माण अक्टूर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसी वर्ष जुलाई के अंत में इसमें अस्थायी रुप से पानी का भंडारण शुरु कर दिया जाएगा।