मुंबई : भाजपा (BJP) ने वर्ष 2014 में गुजरात मॉडल (Gujarat Model) के नाम पर देश की जनता को आकर्षित करने का प्रयास किया था, जिसकी वजह से गुजरात (Gujarat) के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) देश के प्रधानमंत्री बन गए। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में भले ही कांग्रेस (Congress) और उसके सहयोगी दलों को सफलता नहीं मिली है लेकिन विभिन्न राजनीतिक दलों की तरफ से वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरु हो गई है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार विपक्षी दलों को एक करने और भाजपा को रोकने को लेकर राजनीतिक जमीन तैयार करने में जुट गए हैं। इस लिए उन्होंने से बारामती के विकास मॉडल को आगे किया है। इसी के तहत पवार ने अलग अलग दलों के सांसदों और उद्योगपतियों को बारामती में बुलाया था। जिसके तहत 12 सांसदों सहित 19 व्यक्तियों का एक दल बारामती पहुंचा। बारामती पहुंचने वाले दल में भाजपा के 5 सांसद शामिल हैं। सभी ने शरद पवार से मुलाकात की और बारामती में हुए विकास कार्यों का सिलसिलेवार जानकारी हासिल की।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के नेतृत्व में पुणे जिले के बारामती का चहुंमुखी विकास हुआ है। बारामती से पवार लोकसभा का चुनाव जीतते रहे अब यहां से उनकी बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं। बारामती पहुंचने वाले दल में भाजपा के सांसद शिवकुमार उदासी, निशिकांत दुबे, सीएम रमेश, दुष्यंत सिंह के अलावा पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी के सौगत रॉय, विवेक गुप्ता, युवजन श्रमिक के लवू कृष्णा देवरियालू बसपा के रितेश पांडे सहित अन्य सांसद और उद्योगपति शामिल थे। सांसदों और उद्योगपतियों का शिष्टमंडल चॉकलेट की अंतर्राष्ट्रीय कंपनी फेरेरो पहुंचे। सांसद और उद्योगपति टेक्सटाइल पार्क भी देखने गए जहां पर उन्होंने वहां काम करने वाली महिलाओं से चर्चा की। सभी ने शिक्षा के क्षेत्र में किये गए कार्यों का भी जायजा लिया।
बताया गया एनसीपी प्रमुख पवार का मकसद बारामती के विकास मॉडल को महाराष्ट्र के बाहर देश के दूसरे हिस्सों में पहुंचाना है। इसी वजह से खुद पवार के अलावा उनकी बेटी सांसद सुप्रिया सुले, पौत्र विधायक रोहित पवार ने सांसदों के दल को विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी।