Chhagan Bhujbal and Jayant Patil
छगन भुजबल-जयंत पाटील (फाइल फोटो)

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मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से शरद पवार (Sharad Pawar) के इस्तीफे के बाद पार्टी में अब नई प्लानिंग (New Planning) पर काम चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक़, दिल्ली की राजनीति (Delhi Politics) में सांसद सुप्रिया सुले (MP Supriya Sule) का साथ देने के एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल (Jayant Patil) के साथ सीनियर नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) को भेजा जा सकता है। शरद पवार का मानना है कि अपनी बेटी को  राष्ट्रीय राजनीति में स्थापित करने के लिए विश्वस्त नेताओं का साथ बेहद जरुरी है। इसी के तहत जयंत पाटिल और भुजबल के नाम पर विचार किया जा रहा है।

शरद पवार चाहते हैं कि अब एनसीपी का राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार होना चाहिए। इसके लिए अब पार्टी को नए नेतृत्व की जरूरत है। यही वजह है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि शरद पवार के बाद उनकी बेटी ही राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा सकती है, लेकिन इस मिशन को हासिल करने के लिए सुप्रिया सुले के साथ विश्वस्त नेताओं का होना बेहद जरूरी है। जयंत पाटिल और भुजबल की गिनती पवार के सबसे करीबी नेताओं में से की जाती है।

शरद पवार की बहन ने सुझाया जयंत पाटिल का नाम

शरद पवार के इस्तीफे के बाद पार्टी का नया अध्यक्ष कौन होगा। इसको लेकर बहस जारी है। इस बीच पवार की बहन सरोज पाटिल ने कहा है कि एनसीपी अध्यक्ष का पद जयंत पाटिल को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर अजीत पवार अध्यक्ष बनते हैं तो वे शरद पवार की तरह काम नहीं कर पाएंगे। ऐसे में उन्हें यह पद स्वीकार नहीं करना चाहिए। हालांकि जयंत पाटिल ने कहा है कि उन्हें राष्ट्रीय राजनीति का अनुभव नहीं है। ऐसे में वे अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए सक्षम नहीं है।

अजीत पवार घोटालेबाज!

पूर्व सीएम वसंत दादा पाटिल की पत्नी शालिनी पाटिल ने आरोप लगाया है कि अजीत पवार एक घोटालेबाज हैं। इस वजह से उन्हें कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में अजीत को पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी नहीं देनी चाहिए।  पाटिल ने कहा कि बीजेपी के किसी बड़े नेता का आशीर्वाद होने की वजह से अजीत से एक बार भी ईडी ने पूछताछ नहीं की है। उन्होंने कहा कि एनसीपी विधायक हसन मुश्रीफ को 100 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुलाया जाता है, तो अजीत पवार को 1,400 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए क्यों नहीं बुलाया गया। गौरतलब है कि जरंडेश्वर चीनी कारखाने के मालिकाना हक को लेकर शालिनी पाटिल और अजीत के बीच विवाद है।