धारावी पुनर्विकास vs धारावी बचाओ, कौन सही कौन गलत, जनता गुमराह 

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  • धारावी बचाओ आंदोलन पर बीजेपी का आरोप 
  • क्या सच में अडानी को मिल गया है जनता का समर्थन  
  • धारावी में शुरू हुआ नया संघर्ष 
मुंबई: धारावी पुनर्विकास (Dharavi Redevelopment) योजना और धारावी बचाओ आंदोलन (Dharavi Bachao Andolan) के बीच धारावी की जनता फंसी हुई नज़र आ रही है। एक तरफ जहां धारावी में पुनर्विकास योजना में गौतम अडानी की एंट्री से आम जनता दुखी है। अडानी को धारावी पुनर्विकास योजना से बाहर किए जाने की मांग कर रही है। धारावी बचाओ आंदोलन के तहत लोग इकट्ठा होकर (धारावी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट) डीआरपी के ऑफिस के बाहर भी अपना विरोध जता चुके हैं और प्रदर्शन कर चुके हैं। वहीं अब दूसरी तरफ धारावी की गलियों में कुछ ऐसे पोस्ट लगे हैं जिन पर लिखा हुआ है कि अगर इस बार धारावी का विकास नहीं हुआ तो कभी नहीं होगा। हालांकि यह पोस्ट और बैनर बीजेपी की तरफ से लगाए गए हैं। 
 
धारावी बचाओ आंदोलन पर बीजेपी का आरोप 
वहीं दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि धारावी की जनता अब धारावी का विकास चाह रही है। क्योंकि धारावी के विकास को लेकर हो रही राजनीति से अब धारावी की जनता तंग आ चुकी है। भाजपा के उत्तर भारतीय मोर्चा मुंबई के महामंत्री रमाकांत दुबे का यह मानना है कि धारावी बचाओ आंदोलन के जरिए धारावी की जनता को गुमराह किया जा रहा है। दरअसल धारावी पुनर्विकास धारावी की जनता के विकास के लिए है। लेकिन कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए जनता को गुमराह करके धारावी का विकास नहीं होने देना चाहते हैं। 
 
 
क्या सच में अडानी को मिल गया है जनता का समर्थन  
धारावी की जनता का विश्वास अब धारावी के पुनर्विकास की तरफ बढ़ रहा है उनका यह भी कहना है कि धारावी में रह रहे लोगों के लिए कोई भी सुविधा नहीं है। शौचालय रात को 11:00 बजे बंद कर दिए जाते हैं। खेलने के लिए बच्चों के लिए धारावी में एक भी गार्डन नहीं है। ढंग के स्कूल कॉलेज नहीं है। डीआरपी 19 सालों से कम कर रही है लेकिन विकास नहीं हुआ। कितनी राजनीतिक पार्टियां सत्ता में आई और गई। लेकिन धारावी का विकास नहीं हो सका। 
 
धारावी में शुरू हुआ नया संघर्ष 
अब उम्मीद बंधी है कि धारावी का विकास हो सकता है। वहीं इस पूरे मामले में धारावी की जनता की राय अगर पूछी जाए तो कुछ लोग धारावी बचाओ आंदोलन के समर्थन में हैं। तो वहीं कुछ लोग धारावी पुनर्विकास के समर्थन में ऐसे में यह कहा जा सकता है कि धारावी में इस समय एक नई लड़ाई शुरू होती नजर आ रही है।