पालघर में ड्रोन से पहुंची वैक्सीन, स्वास्थ्य विभाग की अनोखी पहल-ग्रामीण इलाकों में ड्रोन का इस्तेमाल

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    पालघर : महाराष्ट्र सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लु इन्फिनीटी इनोवेशन लैब और आईआईएफएल फाऊंडेशन की मदद से घंटो के समय को मिनटों में तय करके सफलता पूर्वक ड्रोन से कोरोना वैक्सीन को पहुंचाया गया। सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास, आयुक्त डॉ. रामास्वामी, अभियान निदेशक एनएचएम के मार्गदर्शन में पालघर जिला के डीएम माणिक गुरसल, जिला परिषद सीईओ सिद्धाराम सलीमठ और चिकित्सा अधिकारियों की मौजूदगी में जव्हार के राजीव गांधी स्टेडियम से झाप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक ड्रोन से करीब10 मिनट में वैक्सीन के 300 डोज को एक बार में भेजा गया। ये ड्रोन ऑटोमैटिक मोड में उड़ा और निर्धारित जगह पर आसानी से पहुंच गया। 

    गौरतलब है कि जिले के दुर्गम इलाकों और पहाड़ियों में बसे जव्हार ,मोखाड़ा समेत अन्य दुर्गम इलाकों में वैक्सीन और दवाओं के साथ अन्य स्वास्थ्य संबंधी चीजों को ले जाने में चिकित्सा कर्मियों को काफी समय लगता है और उन्हें काफ़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। नई तकनीकी से यह काफी आसान हो जाएगा। 

    ड्रोन की क्षमता 5 किलो तक सामान उठाने की

    वहीं, यह तकनीक सफल होने के बाद ख़ुशी जताते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने कहा कि ड्रोन की मदद से वैक्सीन की 300 डोज दुर्गम आबादी तक पहुंचाई गई। इस तकनीकी से लोगों के टीकाकरण में तेजी से मदद मिलेगी।  साथ ही उन्होंने कहा की इस ड्रोन की क्षमता 5 किलो तक सामान उठानें की है।  

    महाराष्ट्र के अन्य जिलों में होगा ड्रोन का उपयोग

    डॉ. प्रदीप व्यास ने कहा कि आने वाले समय में इस तकनीक से इमरजेंसी के दौरान कम समय में दवाएं ,ब्लड और अन्य इमरजेंसी स्वास्थ्य संबंधी चीजें एक स्थान से दूसरे स्थान भेजी जाएंगी। यह तकनीक अब जल्द ही नंदुरबार समेत महाराष्ट्र के अन्य जिलों में भी अमल में लाया जाएगा। इस अवसर पर जिला परिषद के अध्यक्ष वैदेही वाढ़ाण,पालघर जिला चिकित्सा अधिकार डॉ. दयानंद  सूर्यवंशी, डॉ. मिलिंद चव्हाण,डॉ. सागर पाटिल समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।