Mumbai Local Train, Mumbai News, Local Train, Maharashtra
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    मुंबई: मुंबई की लाइफलाइन (Mumbai Lifeline) कही जाने वाली लोकल ट्रेनों ( Mumbai Local Trains) से गिर कर 700 से ज्यादा यात्रियों की मौत (Death) हुई है। रेल प्रशासन और रेल सुरक्षा बलों की तमाम प्रयासों के बावजुद मुंबई की रेल पटरियों पर हो रहीं मौतों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं।

    मुंबई उपनगरीय खंड एमएमआर (MMR) में बीते साल (2022) में 1,118 लोगों की मौत रेल पटरियां पार करते हुए हो गई। जीआरपी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 2021 में ट्रेसपासिंग से 1,114 लोगों की मौत हुई थी। जीआरपी के एक अधिकारी के अनुसार, वर्ष 2022 में मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडलों के उपनगरीय खंड में पटरियों पर कुल 2,507 मौतें हुईं, जिनमें 700 मौतें चलती ट्रेनों से गिरकर हुई हैं। कोरोनाकाल के पहले वर्ष 2019 में लोकल रूट पर चलती ट्रेन से गिरने पर 611 यात्रियों की मौत हुई थी।

    कोरोनाकाल में गिरा आंकड़ा

    वर्ष 2020 और 2021 में कोविड प्रतिबंधों के कारण ट्रेन से नीचे गिरने वालों की संख्या काफी कम थी। वैसे 2020 में कुल 177 मौतें और 2021 में पूरे उपनगरीय खंड में कुल 277 मौतें चलती ट्रेन से नीचे गिरने के कारण हुईं थी। बीते वर्ष ट्रेसपासिंग से ज्यादातर मौत की मुलुंड से मुंब्रा के बीच और इसके बाद कुर्ला जीआरपी क्षेत्राधिकार में हुई है। कल्याण-कसारा/बदलापुर सेक्शन के बीच घटनाएं बढ़ी हैं। पश्चिम रेलवे पर बोरीवली सेक्शन, वसई-नालासोपारा और विरार क्षेत्र में ट्रेसपासिंग से मौत बढ़ी है। इसके अलावा रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या की घटनाएं भी हुईं हैं।

    इंस्पेक्टर से आम यात्री तक शिकार

    लोकल ट्रेनों में लगातार बढ़ती भीड़ के चलते भी नीचे गिरने की घटनाएं बढ़ी हैं। दो दिन पहले कलवा स्टेशन के पास लोकल से नीचे गिरकर मुंबई में कार्यरत पुलिस निरीक्षक मनोज भोसले की मौत हो गई। इसी सप्ताह एक और घटना में ठाणे के पास ट्रेन से गिर कर गोविंद चौहान नामक एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका एक हाथ और पैर काटना पड़ा है, उसका इलाज सायन अस्पताल में चल रहा है। इस तरह रोजाना ट्रेनों से गिर कर मौत और गंभीर रूप से घायल होने की घटनाएं हो रहीं हैं।

    ओवरक्राउड कम हो: समीर जवेरी

    रेलवे मामलों के जानकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता समीर जवेरी ने कहा कि लोकल ट्रेनों में ओवरक्राउड के चलते यात्रियों के गिरने की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। जवेरी ने कहा कि एसी लोकल तो बढ़ाई, परंतु उसकी जगह आम लोकल कम कर दी गई। उन्होंने कहा कि साधारण लोकल से फर्स्ट क्लास डिब्बे हटा कर उन्हें आम कोच में तब्दील करना चाहिए। ट्रेन पासिंग को लेकर समीर जवेरी ने कहा कि वर्षो पहले मुंबई हाईकोर्ट के आदेश के बावजुद मुंबई में ट्रैक के किनारे फैंसिंग पूरी नहीं हो पाई है।

    किए जा रहे रोकथाम के उपाय

    मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे पर ट्रेसपासिंग के साथ चलती ट्रेन से गिरने की घटनाओं पर रोकथाम के उपाय भी हो रहे हैं। मध्य रेलवे के डिप्टी सीपीआरओ ए.के. जैन ने बताया कि ट्रेस पासिंग रोकने आरपीएफ, जीआरपी और इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संयुक्त सर्वेक्षण कर 73 स्थानों की पहचान की गई, जिनमें से 66 को बंद कर दिया गया है। इसके आलावा इस साल 205 और स्थानों की पहचान कर उन्हें बंद करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। जैन ने कहा कि चलती ट्रेन के बाहर न झुकने या लटक कर यात्रा न करने की बार बार चेतावनी दी जाती है।

    एसी लोकल से रुकेंगी घटनाएं  

    अब तो मुंबई में बंद दरवाजे वाली एसी लोकल चलाई जा रही है। इनसे यात्रियों की सुरक्षा होगी। पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर के अनुसार. ट्रेस पासिंग और दुर्घटनाएं रोकने  यात्रियों के बीच नियमित जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। नए एफओबी/एफओबी एक्सटेंशन/लिंकवे/पाथवे की योजना बनाई गई है।