मुंबई की 6 सीटों पर कौन किस पर भारी? जानें पार्टियों की कैसी है तैयारी

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मुंबई: मुंबई (Mumbai) में लोकसभा (Lok Sabha) की 6 सीट (Seat) है जिस पर सभी पार्टियों की अपनी-अपनी तैयारी चल रही है। देश में आम चुनाव के लिए मतदान की तारीखों का ऐलान हो गया है। महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों में से बीजेपी नीत गठबंधन (Mahayuti) एनडीए 45 से अधिक सीट जीतने की तैयारी में है वहीं विपक्षी गठबंधन (Mahavikas Aghadi) भी पिछली बार के मुकाबले बेहतर नतीजा हासिल करने की कोशिश में जुटा हुआ है। आइए जानते किस सीट पर किसका पलड़ा भारी है। लोकसभा चुनाव के लिए पार्टियों की क्या तैयारी है।   
 
 
दक्षिण मुंबई (शिवसेना यूबीटी का पलड़ा भारी)
दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) का पलड़ा भारी है। दरअसल इस सीट से शिवसेना यूबीटी के अरविंद सावंत मौजूदा सांसद हैं। महाविकास अघाड़ी गठबंधन की तरफ से अरविंद सावंत ही इस बार भी लोकसभा चुनाव में इस सीट से उम्मीदवार होंगे यह तय माना जा रहा है। इस सीट से उम्मीदवारी न मिलने की वजह से नाराज हुए मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना (शिंदे) को ज्वाइन किया था, क्योंकि महायुति की तरफ से यह सीट एकनाथ शिंदे की शिवसेना के खाते में जा रही थी, लेकिन अब खबर यह है कि भाजपा यहां से अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर का नाम बीजेपी की उम्मीदवारी लिस्ट में सबसे ऊपर चल रहा है। दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट के इतिहास की अगर बात करें तो यहां पर भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। भारतीय जनता पार्टी 1996 और 99 में इस सीट को जीतने में कामयाब हुई थी उस वक्त भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जयंती बेन मेहता ने चुनाव जीता था, इस सीट पर अधिकतर समय कांग्रेस का ही कब्ज़ा रहा। 1952-1967 तक कांग्रेस के एसके पाटिल सांसद रहे। 1971 में कांग्रेस के कालिदास, 1984 से 1996 तक मुरली देवड़ा, फिर साल 2004 से 2009 तक कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा के पास यह सीट रही। वहीं 2014 से अब तक इस सीट पर शिवसेना के अरविंद सावंत का कब्जा है। ऐसे में इस सीट पर भाजपा अपनी पकड़ बनाने की पूरी कोशिश में लगी हुई है। अब देखना यह होगा कि वह इसमें कामयाब होती है या नहीं। 
 
 
दक्षिण मध्य मुंबई (शिंदे की शिवसेना का पलड़ा भारी)
दक्षिण मध्य मुंबई से एकनाथ शिंदे के शिवसेना के राहुल शेवाले मौजूदा सांसद हैं और उनका चुनाव लड़ना भी तय माना जा रहा है, तो ऐसे में यह कहा जा सकता है कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट के लिए एकनाथ शिंदे के शिवसेना का पलड़ा भारी है। वहीं शिवसेना यूबीटी की तरफ से अनिल देसाई की उम्मीदवारी की चर्चा तेजी से चल रही है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की तरफ से इस सीट के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा भी नहीं की गई है। इस सीट के इतिहास की अगर बात करें तो इस सीट पर अधिकतर समय शिवसेना और कांग्रेस का दबदबा रहा। 1952 में कांग्रेस की जय श्री, 1962 में कांग्रेस के श्रीपाद डांगे, 1971 में कांग्रेस अब्दुल कादिर तो वहीं 1980 में कांग्रेस के आर आर भोले यहां से सांसद बने।  1991 से 2009 तक यह सीट शिवसेना के मोहन रावले के पास थी। 2009 के चुनाव में कांग्रेस के एकनाथ गायकवाड़ यहां से सांसद बने और 2014 से अब तक यह सीट फिर से शिवसेना के खाते में है, लेकिन शिवसेना इस समय दो गुटों में बटी हुई है और यह सीट शिंदे की शिवसेना के राहुल शेवाले के पास है। 
 
उत्तर मुंबई (बीजेपी का पलड़ा भारी)
उत्तर मुंबई की सीट पर मौजूदा सांसद भारतीय जनता पार्टी के गोपाल शेट्टी हैं और यह बीजेपी की परंपरागत सीट मानी जाती है। इसी सीट से बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम नाईक पांच बार सांसद रहे, लेकिन साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर करते हुए कांग्रेस ने सीट पर अपना दबदबा बनाया जब कांग्रेस ने राम नायक के खिलाफ फिल्म स्टार गोविंदा को मैदान में उतारा था। राम नाईक गोविंदा के सामने हार गए थे। उसके बाद राम नाईक को संजय निरुपम के हाथों भी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन साल 2014 में बीजेपी ने इस सीट पर अपनी वापसी की और गोपाल शेट्टी पहली बार बीजेपी की तरफ से सांसद बने। 2019 में भी गोपाल शेट्टी ने इस सीट पर जीत हासिल की, लेकिन साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पीयूष गोयल को इस सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। इस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में बड़ी संख्या में गुजराती वोटर को देखते हुए यहां पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित समझी जाती है। यही कारण है कि इस सीट पर बीजेपी का पलड़ा भारी है। कांग्रेस की तरफ से इस सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान अभी नहीं किया गया है इस सीट पर सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की तरफ ही देखने को मिलता है। पिछली बार कांग्रेस ने फिल्म एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर को उम्मीदवार बनाया था लेकिन कांग्रेस का वो पैंतरा फिर काम नहीं आया। 
 
 
उत्तर पूर्व मुंबई (भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा भारी)

उत्तर पूर्व मुंबई लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद भारतीय जनता पार्टी के मनोज कोटक हैं, लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी ने मनोज कोटक के बदले विधायक मिहिर कोटेचा पर विश्वास जताया है और इस सीट से उन्हें भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है। इस सीट की अगर बात करें तो यहां पर भी मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही देखने को मिलता है। इस सीट पर साल 2014 से बीजेपी ने अपना दबदबा कायम रखा है। साल 2014 में किरीट सोमैया यहां से सांसद बने थे। साल 2019 में मनोज कोटक सांसद बने इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा भारी माना जा रहा है। साल 2009 में संजय दिना पाटील राष्ट्रवादी कांग्रेस के उम्मीदवार यहां से सांसद चुने गए थे। प्रमोद महाजन और जयवंतीबेन मेहता जैसे दिग्गज नाम बीजेपी का प्रतिनिधित्व इस सीट से कर चुके हैं। इसे भी बीजेपी की परंपरागत सीट माना जाता है लेकिन वक्त वक्त पर कांग्रेस बीजेपी की इस सीट पर सेंध लगाती रही है। 2024 में ऊँट किस करवट बैठेगा यह देखना दिलचस्प होगा। 

 
उत्तर पश्चिम मुंबई (शिवसेना यूबीटी का पलड़ा भारी) 
उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर एकनाथ शिंदे की शिवसेना के गजानन कीर्तिकर मौजूदा सांसद हैं। इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा, क्योंकि शिवसेना यूबीटी की तरफ से इस सीट से उम्मीदवार के तौर पर अमोल कीर्तिकर के नाम की घोषणा की गई है, जो गजानंद कीर्तिकर यानी मौजूदा सांसद के बेटे हैं। इस सीट पर शिवसेना यूबीटी का पलड़ा भारी माना जा रहा है, क्योंकि गजानन कीर्तिकर यहां पर 10 साल से सांसद हैं, लेकिन शिवसेना के दो गुटों में बंटने के बाद वह शिंदे खेमे में चले गए थे, जबकि उनके बेटे अमोल कीर्तिकर शिवसेना यूबीटी के साथ बने रहे। ऐसे में शिवसेना यूबीटी को इसका फायदा मिल सकता है। विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी की तरफ से इस सीट पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की गई है। वही महायुती की तरफ से इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार उतारने के संकेत मिल रहे हैं। बीजेपी की तरफ से अमित साटम के नाम की चर्चा तेजी से चल रही है। वहीं कांग्रेस के खाते में यह सीट न जाने की वजह से संजय निरुपम नाराज हैं और कहा यह जा रहा है कि वह बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं और इस सीट से भाजपा उन्हें अपना उम्मीदवार भी बन सकती है। हालांकि खुद संजय निरुपम इस तरह की खबर को अफवाह बता चुके हैं और बीजेपी में शामिल होने की संभावना से इनकार कर चुके हैं। 
 
उत्तर मध्य मुंबई (बीजेपी का पलड़ा कमजोर)
उत्तर मध्य मुंबई लोकसभा सीट से बीजेपी की पूनम महाजन सांसद है, लेकिन खबर यह है कि पूनम महाजन का पत्ता इस बार बीजेपी से काटने वाली है। भाजपा उन्हें उम्मीदवार बनाने के मूड में नहीं है। ऐसे में आशीष शेलार का नाम काफी चर्चा में रहा, लेकिन वह खुद चुनाव न लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। ऐसे में बीजेपी की तरफ से इस सीट पर कौन उम्मीदवार बनेगा इस पर भी लोगों की नजर बनी हुई है। महाविका अघाड़ी की तरफ से यह सीट कांग्रेस के खाते में है, लेकिन उम्मीदवार कौन होगा यह तय नहीं है। कांग्रेस के सूत्रों से पता चला है कि राज बब्बर या गोविंदा को यहां से मौका दिया जा सकता है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा फिलहाल कमजोर है। अब बीजेपी की तरफ से किस नाम का ऐलान किया जाता है यह देखना होगा कि वह इस बार पार्टी की जीत सुनिश्चित कर पाते हैं या नहीं, क्योंकि बीजेपी के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी इस निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के हार का कारण बन सकती है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी शिवसेना कांग्रेस का दबदबा रहा है, लेकिन वक्त वक्त पर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया और कम्युनिस्ट पार्टी ने भी इस सीट पर जीत हासिल की है।