Milind Deora

  • नए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर मंथन
  • 5 नेता फाइनल राउंड में पहुंचे
  • जगताप और शेट्टी में कड़ा मुकाबला
  • नसीम बन सकते है गेमचेंजर

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मुंबई. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के आला नेताओं से अलग चल रहे मुंबई कांग्रेस (Mumbai congress) के सीनियर नेता (Senior leader) और पूर्व मंत्री मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) की राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की टीम में वापसी हो गई है. नए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष का नाम फाइनल करने से पहले राहुल ने देवड़ा की राय को प्राथमिकता देने का फैसला किया है.

उन्होंने पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी एच. के. पाटिल  (Maharashtra Congress in-charge H.K. Patil) को ख़ास तौर से कहा है कि मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष (Mumbai Congress President) पर नियुक्ति देवड़ा की सहमति से की जानी चाहिए. इसी क्रम में वेणुगोपाल और पाटिल ने देवड़ा से मुलाकात कर मुंबई कांग्रेस के नए अध्यक्ष के लिए 5 नेताओं को शॉर्ट लिस्ट किया है. अब इन नेताओं की लिस्ट पार्टी हाईकमान को भेजी गई है, जिस पर उनका फैसला अंतिम होगा.

जगताप प्रबल दावेदार

मुंबई कांग्रेस के नए अध्यक्ष के लिए विधान परिषद सदस्य भाई जगताप को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है. जगताप को देवड़ा गुट के अलावा मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़ का करीबी माना जाता है. ऐसे में उनका पलड़ा भारी है. इसके अलावा पूर्व मंत्री सुरेश शेट्टी भी इस दौड़ में जगताप को कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं. शेट्टी, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पाटिल के साथ अपने साऊथ इंडियन कनेक्शन को भुनाने में लगे हैं. इसके अलावा अन्य दावेदारों में पूर्व मत्री नसीम खान, मुंबई कांग्रेस उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह मन्हास और चरणजीत सिंह सप्रा शामिल हैं.

उत्तर भारतीय वोटों पर नजर

देवड़ा का मानना है कि मुंबई कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने पुराने उत्तर भारतीय वोटों को एकजुट करने की है. एक अनुमान के मुताबिक मुंबई में उत्तर भारतीय की संख्या 40 लाख के करीब है. ऐसे में साल 2022 में होने वाली बीएमसी चुनाव में इन लोगों की भूमिका काफी अहम होगी. इस लिहाज से नए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के लिए उत्तर भारतीय नेता और पूर्व मंत्री नसीम खान पार्टी के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं.  

गुटबाजी खत्म हो

मिलिंद देवड़ा ने पार्टी के आला नेताओं से कहा है कि मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के लिए किसी सर्वमान्य नेता को चुना जाना चाहिए, ताकि पार्टी के अंदर गुटबाजी खत्म हो. इससे पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी एच.के. पाटिल ने भी कहा था कि मुंबई कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव जाति, समुदाय और धर्म के आधार पर नहीं किया जाएगा. उन्होंने इसके लिए मुंबई कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं से मिल कर उनकी रायशुमारी भी की थी.

बीएमसी चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी

नए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के लिए कांग्रेस को एक ऐसे नेता की तलाश है, जो साल 2022 में होने वाले बीएमसी चुनाव में पार्टी का फेस बन कर बीजेपी को कड़ी चुनौती दे सके. अभी आधिकारिक रूप से यह साफ नहीं हो पाया है कि बीएमसी चुनाव महाराष्ट्र विकास आघाड़ी में शामिल तीनों दल (शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी) बीएमसी चुनाव मिल कर लड़ेगी, लेकिन शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इसके संकेत दे दिए हैं. ऐसे में मुंबई कांग्रेस का नया अध्यक्ष ऐसा होना चाहिए, जो सभी दलों के साथ समन्वय बना कर ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत सके.