mumbai university

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    मुंबई:  डिग्री वेरिफिकेशन (Degree Verification) के लिए मुंबई यूनिवर्सिटी (Mumbai University) को हर साल 20000 आवेदन (Application) प्राप्त होते हैं। इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है, लेकिन अब नहीं यह महज 2 से 3 दिन में हो जाएगा। मुंबई यूनिवर्सिटी ने दस्तावेजों (Documents) के वेरिफिकेशन (Verification) के लिए ऑनलाइन पोर्टल लांच (Online Portal Launch) किया है। मुंबई यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सुहास पेडनेकर ने किया। 

    उन्होंने ने कहा कि दुनिया डिजिटल तकनीक के पीछे है। तदनुसार, मुंबई विश्वविद्यालय भी डिजिटल तकनीक का उपयोग कर रहा है। परीक्षा हॉल में अधिक पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटलीकरण और विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। एंड टू एंड टेक्नोलॉजी लाने का भी प्रयास किया जा रहा है। ऑनलाइन सत्यापन उसी का हिस्सा है। हर साल हजारों विद्यार्थी मुंबई यूनिवर्सिटी से पास होते हैं। इनमें से कुछ आगे की शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं। कुछ भारत और विदेशों में कार्यरत हैं। इन छात्रों से हर माह करीब 1500 आवेदन वेरिफिकेशन के लिए आते हैं। साल भर में दस्तावेज़ वेरिफिकेशन के लिए 20,000 तक आवेदन प्राप्त होते हैं। इस प्रक्रिया में समय लगता है क्योंकि यह सत्यापन का एक पारंपरिक तरीका है। इसी को देखते हुए मुंबई यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस प्रक्रिया को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है।

    पहले लगते थे 15 दिन

    विद्यार्थियों को ऑनलाइन दस्तावेज़ वेरिफिकेशन के लिए एमयू की वेबसाइट www.mu.ac.in/examination/online दस्तावेज़ सत्यापन पर पंजीकरण करना आवश्यक है। उसके बाद उसे सभी अंक और डिग्री प्रमाण पत्र अपलोड करने होंगे। इसके बाद परीक्षा विभाग के सत्यापन अधिकारी, कर्मचारी सत्यापन करते हैं और दो से तीन दिनों के भीतर सत्यापन रिपोर्ट का ई-मेल छात्र और संबंधित विश्वविद्यालय या कार्यालय को भेज दिया जाता है। पहले इस प्रक्रिया में पंद्रह दिन से एक महीने तक का समय लगता था। यह प्रक्रिया अब दो से तीन दिनों में पूरी हो जाएगी।

    दस्तावेज़ डिजिटलीकरण के 25 वर्ष

    इस ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए परीक्षा विभाग में 25 साल पुराने परिणाम के दस्तावेज को डिजिटाइज करने का काम चल रहा है और 60 लाख दस्तावेज ऑनलाइन सत्यापन के लिए उपलब्ध हैं।