election campaign paid worker

Loading

दयाशंकर पाण्डेय @नवभारत
मुंबई:
तपती धूप का असर लोकसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे उम्मीदवारों पर पड़ता दिखाई पड़ रहा है, मुंबई में तापमान 40 डिग्री के पार चला गया है, ऐसे कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारों के प्रचार के लिए रैलियों और सभाओं में गर्मी की मार दिखाई पड़ेगी, तपती धूप और लू के कारण कार्यकर्ताओं के अलावा भाड़े पर मिलने वाले पेड वर्कर कन्नी काटते दिखाई पड़ रहे हैं। सभी पार्टियों द्वारा रैलियों और सभाओं में प्रचार में शामिल करा के भीड़ दिखाने के लिये किराए पर भी आदमियों को लाया जाता था। जिसके लिए उन्हें 200 से 300 रुपए का मानधन, वडापाव और एक पानी का बोतल दिया जाता था, लेकिन इस प्रचार में पेड वर्कर कम रेट पर आने को तैयार नही है। जिससे पार्टियों की मुश्किल बढ़ गई है।

पेड वर्कर की बढ़ी डिमांड
इस बार बढ़ती तपन के कारण लोग अभी से ही कतराने लगे हैं। सभाओं और रैलीयों में आदमी भेजने वाले भी इस बार चिंतित दिखाई पड़ रहे हैं, वहीं रैलियों में शामिल होने वाले पेड वर्कर का कहना है कि इस बार इतनी ज्यादा गर्मी है कि हम इतने रुपए में नहीं जाएंगे। हमें तकरीबन 500 के ऊपर अगर मिलेगा तो हम सोचेंगे, वह भी ज्यादा गर्मी रहेगी तो हम धूप में नहीं निकलेंगे।

कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं का अभाव
इसका सबसे ज्यादा खामियांजा महा विकासअघाड़ी की उम्मीदवारों को भुगतना पड़ेगा इनके पास जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं का अभाव है। तो वहीं पैसे की भी समस्या है। भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उनके पास बूथ लेवल पर हजारों के रूप में पदाधिकारी और कार्यकर्ता हैं। वहीं शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट का कहना है कि हमारे पास जमीनी स्तर के कार्यकर्ता है हम पेड वर्कर नहीं लाते हैं। हमारी रैली या सभा होगी उसे वक्त बड़ी संख्या में लोग दिखाई पड़ेंगे।