Mira-Bhayander News

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    -अनिल चौहान

    भायंदर: निवासी बस्तियों के बीच शुरू किए जाने वाले गीले कचरे से खाद प्लांट (Compost Plant) का विरोध तेज हो गया है। राजनीतिक दलों (Political Parties) के साथ अब आम नागरिक भी इसके विरोध में खड़े होने लगे हैं। गुरुवार को उद्धव ठाकरे की शिवसेना की ओर से मोर्चा निकाला गया। इन प्रकल्प का शिंदे शिवसेना (Shiv Sena) के अलावा सभी दलों (पक्ष-विपक्ष) ने विरोध किया है।

    पूर्व विधायक विनोद घोसालकर की अगुवाई वाले शिष्टमंडल को मीरा-भायंदर महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त संभाजी पानपट्टे ने बताया कि ऐसा आधिकारिक आदेश राज्य सरकार से अभी तक नहीं आया है। इसकी तो अभी तक हमें पूरी जानकारी भी नहीं है। फिर भी वे गाइडलाइंस को देखेंगे। स्थानीय प्रवक्ता शैलेश पांडेय ने चेतावनी दी है कि  किसी भी सूरत में हम कचरा प्रकल्प होने नहीं देंगे।

    जनभावना का आदर कर रद्द करें प्रकल्प

    दूसरी तरफ, एनसीपी के जिलाध्यक्ष अरुण कदम ने महानगरपालिका कमिश्नर को पत्र लिखकर प्रस्तावित मिनी कचरा प्रकल्पों को जनभावना का आदर करते हुए निरस्त करने की मांग की है। उनका तर्क है कि यह निर्णय जनता और जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लिए बिना ही किया गया है। लोकबस्ती के बीचों-बीच खाद प्रकल्प से नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरा उत्पन्न और दुर्गंध से सांस लेना दूभर हो जाएगा।

    विरोध में 27 सोसाइटियों ने दिया पत्र

    उधर, इंद्रलोक की 27 सोसाइटियों ने उपमहापौर हसमुख गहलोत को पत्र देकर कचरा प्रकल्पों का कड़ा विरोध किया है और जरूरत पड़ने पर सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है। इस इलाके में दो जगह खाद प्रकल्प बनाया जाना है। उनके पत्रों का संज्ञान लेते हुए उपमहापौर ने कमिश्नर को पत्र लिखकर जनविरोध से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि जो चीज जनता को मंजूर नहीं है, उसे हम कतई नहीं होने देंगे।