Uddhav Thackeray
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    मुंबई: महानगरपालिकाओं के वार्ड संरचना को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में प्रलंबित है। इस बीच राजनीतिक दलों में महानगरपालिका चुनावों (Municipal Elections) की तैयारी शुरु कर दी है। मुंबई और ठाणे महानगरपालिका पर कब्जा बरकरार रखने को लेकर शिवसेना (Shiv Sena) तैयारियों में जुट गयी है। इसी के तहत शिवसेना ने संभाजी ब्रिगेड के साथ युति भी की है।

    शिवसेना पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे मुंबई और ठाणे में सभा को संबोधित करेंगे। इसके पहले ठाकरे गोरेगांव स्थित नेस्को मैदान में पार्टी पदाधिकारियों के सम्मेलन चुनाव जीतने का गुर सिखाएंगे।

     मुंबई और ठाणे का गढ़ बचाने की बड़ी चुनौती

    शिवसेना में अब तक की सबसे बड़ी बगावत के बाद उद्धव ठाकरे के समक्ष मुंबई और ठाणे का गढ़ बचाने की बड़ी चुनौती है। बीजेपी हर हालत में मुंबई महानगरपालिका पर कब्जा जमाना चाहती है, दूसरी तरफ शिवसेना के कद्दावर नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया है। ऐसे में ठाकरे और शिवसेना के दूसरे नेताओं कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़  रहा है। 

    कांग्रेस ने अलग चुनाव लड़ने का मन बनाया

    उद्धव ठाकरे सहित ने भले ही दावा कर रहे हैं कि महाविकास आघाड़ी मिल कर चुनाव लड़ेगी, लेकिन कांग्रेस ने अलग चुनाव लड़ने का मन बनाया है। जिसको लेकर युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने संभाजी ब्रिगेड से युति की है। जिसका स्वागत पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने किया है। हालांकि संभाजी ब्रिगेड ने चार साल पहले शिवसेना भवन के बाहर बालासाहेब ठाकरे का चित्र लगाने लगाने का विरोध किया था।

    दशहरा रैली से चुनाव प्रचार का आगाज 

     बताया गया कि शिवसेना पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे 5 अक्टूबर को शिवसेना की दशहरा रैली को संबोधित करेंगे। जिसके जरिए वे महानगरपालिका चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे। इसके पहले गोरेगांव स्थित नेस्को मैदान में पार्टी पदाधिकारियों के सम्मलेन को संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन के जरिए ठाकरे महानगरपालिका चुनाव जीतने के लिए शिवसैनिकों में ऊर्जा का संचार करेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में भी उद्धव ठाकरे की सभा होगी। ठाणे महानगरपालिका के सभी पूर्व नगरसेवक शिंदे गुट में शामिल हो चुके हैं। केवल सांसद राजन विचारे की पत्नी और अन्य पदाधिकारी ही ठाकरे के साथ हैं। हालांकि उद्धव गुट का दावा है कि आने वाले महानगरपालिका चुनाव में ठाणे महानगरपालिका पर शिवसेना दोबारा सत्ता स्थापित करेगी।

    संभाजी ब्रिगेड से युति पर विरोधियों ने साधा निशाना  

    संभाजी ब्रिगेड से युति करने को लेकर शिवसेना विरोधियों के निशाने पर है। मनसे विधायक राजू पाटिल ने ट्वीट कर कहा है कि सत्ता जाने के बाद शिवसेना की बुद्धि भी खत्म हो गयी है,जिसकी वजह से जो मिल रहा है उसी से युति कर रही है। इसी तरह शिंदे गुट की प्रवक्ता और पूर्व नगरसेविका शीतल म्हात्रे ने कहा कि जातिवाद की राजनीति करके समाज में तनाव पैदा करने वाली संभाजी ब्रिगेड से युति  बची खुची शिवसेना के सामान्य कार्यकर्ताओं के लिए पीड़ादायक है। संभाजी ब्रिगेड किसकी बी टीम है यह मालुम होते हुए युति करना मजबूरी है। निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने कहा है कि उद्धव ठाकरे में ताकत नहीं है यह पुरे महाराष्ट्र को मालूम है। उनमे दम होता तो ऐसे घर में नहीं बैठे होते। 

    शिवसेना नेताओं का पलटवार  

    सांसद नवनीत राणा सहित अन्य पर शिवसेना उप नेता सुषमा अंधारे सहित अन्य ने पलटवार किया है। अंधारे ने सांसद राणा पर प्रहार करते हुए कहा कि एक कहावत है कि इनके द्वार उनके द्वार बाई मेरे मुंह पर मार।। अपना निर्वाचन क्षेत्र छोड़ कर दरवाजे दरवाजे पर हनुमान चालीसा पढ़ने की बजाय एक स्थान पर रहकर संपूर्ण राज्य को कोरोना जैसी महामारी से बचाना अधिक पुण्य का काम है। इस काम को उद्धव ठाकरे ने अच्छे ढंग से किया है।