प्रतीकात्मक तस्वीर
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  • 05 जुलाई तक आवेदन 
  • 10 से दिये जाएंगे प्रवेश 
  • 17 से प्रतीक्षा सूची के प्रवेश 
  • 7 अगस्त को काउंसलिंग व स्पॉट एडमिशन 

नागपुर. आरटीएम नागपुर विवि की ओर से स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए भले ही कॉमन शेड्यूल जारी किया गया है लेकिन इससे छात्रों की मुसीबतें कम नहीं हुई है. एक बार विवि की वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद छात्रों को उनकी पसंद के अलग-अलग कॉलेजों में जाकर आवेदन भरना होगा. इससे एक ओर जहां छात्रों का समय बर्बाद होगा, वहीं दूसरी ओर पैसे भी अधिक खर्च होंगे. विवि से संलग्नित कॉलेजों में गैर व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए छात्रों को पहले विवि की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद हार्ड कापी के साथ संबंधित कॉलेजों में आवेदन जमा करना होगा. विवि ने 15 जून से रजिस्ट्रेशन की घोषणा की थी लेकिन शुक्रवार की दोपहर तक पोर्टल शुरू नहीं हो सका. वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद इसकी प्रिंट लेकर छात्रों को संबंधित कॉलेजों में जाकर आवेदन भरना होगा. यानी एक छात्र को एक से अधिक कॉलेजों में आवेदन भरना होगा क्योंकि जरूरी नहीं है कि जिस कॉलेज में पहला आवेदन भरा है, वहीं पर नंबर लगेगा. कॉलेजों में प्रवेश मेरिट के आधार पर होने वाले है. सभी कॉलेजों के प्रॉस्पेक्टस की कीमत अलग-अलग है. यदि कोई छात्र एक से अधिक कॉलेज में आवेदन भरता हैं तो उसे अधिक पैसे भी खर्च करने होंगे. साथ ही उनका समय भी बर्बाद होगा.

8 को जारी होगी मेरिट सूची

कॉलेजों में आवेदन जमा करने की तिथि १५ जून से ५ जुलाई तक तय की गई है.गुणवत्ता व प्रतीक्षा सूची की घोषणा ८ जुलाई को की जाएगी. वहीं गुणवत्ता सूची के अनुसार प्रवेश 1० से १५ जुलाई तक दिये जाएंगे. कॉलेजों का कहना है कि विवि द्वारा केंद्रीय पद्धति से प्रवेश दिये जाने चाहिए. इससे छात्रों का समय और पैसा दोनों की बचत होती. छात्रों को एक से अधिक कॉलेजों में आवेदन भरने के साथ ही जिस दिन सूची घोषित होगी, उस दिन जाकर भी देखना होगा. यानी व्यवस्था अब भी पुरानी ही है. बस विवि ने रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया है. 

मतदान पंजीयन के साथ ही क्रेडिट अकाउंट भी जरूरी

प्रवेश के लिए विवि की वेबसाइट पर पंजीयन से पहले छात्रों को अब मतदाता सूची में नाम समाविष्ट करना पड़ेगा. साथ ही अकेडमिक क्रेडिट अकाउंट भी खोलना पड़ेगा. इसके बिना प्रवेश के लिए पंजीयन नहीं हो सकेगा. यह प्रक्रिया पंजीयन के वक्त ही करना होगा. दरअसल नई शिक्षा नीति में दोनों पंजीयन अनिवार्य किये गये हैं. क्रेडिट अकाउंट से छात्रों को मिलने वाला क्रेडिट स्कोर उसके अकाउंट में जमा होगा. अन्य सहित विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए यह अनिवार्य हो गया है. प्रवेश प्रक्रिया में दिक्कत होने पर ८४५९3४3८७८, ७९७२०५४९८० पर संपर्क किये जाने का आह्वान कुलसचिव राजू हिवसे व उपकुलसचिव रमण मदने ने किया.