Nagpur Bus Stand, Ganeshpeth, Nagpur
गणेशपेठ बस स्टैंड पर बम

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नागपुर: नागपुर (Nagpur News) के गणेशपेठ बस स्टैंड (Ganeshpeth Bus Stand) से एक बड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल यहां बम (Bomb) मिलने की जानकारी से हड़कंप मचा है। ऐसे में सुचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे है। इस बारे में सामने आई जानकारी के मुताबिक, गणेशपेठ बस स्टैंड पर ST वर्क शॉप के एक बस में बम होने की घटना से हंगामा मच गया। ऐसे में अब वहां बम डिटेक्टर और बम नाशक घटनास्थल पर पहुंचे। 

पूरे शहर में मच गई दहशत  

बस में बम मिलने की खबर से पूरे शहर में दहशत मच गई। शुरुआती जांच में पुलिस ने माना था कि बॉक्स में विस्फोटक पाया गया है लेकिन यह विस्फोटक किस प्रकार का है इसकी विस्तृत जांच होनी बाकी है। माना जा रहा था कि आगामी चुनाव के पूर्व राज्य में दहशत फैलाने के इरादे से यह बम तैयार किया गया। इस उपकरण को बीडीडीएस द्वारा एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) के तहत निष्क्रिय किया गया। तरह-तरह के आकलन किए गए। यदि यह वाकई में अग्निशमन उपकरण हो तो वाकई में प्रशासन को इसकी जानकारी न होना हास्यास्पद है।

मिली जानकारी के अनुसार, एमएच-40/वाई-5097 नंबर की यह बस गड़चिरोली के अहेरी से नागपुर आई थी। 1 फरवरी से यह बस वर्कशॉप में खड़ी थी। रिपेयरिंग पूरी होने के बाद मंगलवार को सवारियां सावनेर ले जाने और लाने का काम भी किया गया। बुधवार की दोपहर बूटीबोरी के पास एक एसटी बस ब्रेकडाउन हो गई। इसीलिए वर्कशॉप के मैकेनिक यह बस लेकर बूटीबोरी भी गए थे। वहां से बस रिपेयर करके आने के बाद एक मैकेनिक को अपनी सीट के पास यह टिफिन बॉक्स दिखाई दिया। उसने टिफिन उठाकर देखा और कोई सवारी या सहकर्मी भूलकर चला गया होगा सोचकर वापस  वहीं रख दिया। भोजन करते समय उसने अपने एक साथी को लावारिस स्थिति में टिफिन मिलने की जानकारी दी। दोनों दोबारा बस के पास गए। दूसरे मैकेनिक ने भी टिफिन उठाकर देखा तब उसे ढक्कन के पास सुतली बम की तरह बत्ती दिखाई दी। वह घबरा गया और तुरंत वर्कशॉप प्रबंधक को जानकारी दी।

जिसके बाद गणेशपेठ पुलिस को सूचना दी गई। डीसीपी गोरख भामरे, श्वेता खेड़कर, गणेशपेठ पुलिस, एटीएस के एसीपी अभय पान्हेकर, प्रदीप लांडे, एसआईडी, दमकल विभाग सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पूरा परिसर खाली करवाया गया है। बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड (बीडीडीएस) की टीम ने श्वान और अपने उपकरणों के साथ टिफिन बॉक्स की जांच की तो विस्फोटक होने का इशारा मिला। सुरक्षा कवच के साथ बीडीडीएस के कर्मचारी ने बस से टिफिन बॉक्स बाहर निकाला। इसे बड़े से बख्तरबंद बॉक्स में लोड कर पुलिस वाहनों के साथ सुराबर्डी स्थित यूओटीसी ले जाया गया। तब तक यह साफ हो गया था कि टिफिन में विस्फोटक है लेकिन विस्फोटक किस प्रकार का है इसका पता लगाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। ढक्कन के पास बत्ती और वायर लगे हुए थे। यूओटीसी के मैदान में इस बक्से को उड़ाया गया। तब तक फोरेंसिक जांच टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। फोरेंसिक टीम ने टिफिन के अंदर मिली विस्फोटक सामग्री के सैंपल जमा कर लिए है। इसमें पीले रंग का पदार्थ था।

गड़चिरोली पहुंची टीम

गड़चिरोली डिपो से यह बस निकली थी। इसीलिए तुरंत ही अधिकारियों ने 2 टीमों को जांच के लिए गड़चिरोली रवाना कर दिया। एटीएस की टीम भी गड़चिरोली पहुंच गई। पुलिस ने वहां के अधिकारी और कर्मचारियों से पूछताछ की। बस नागपुर लाने वाले चालक और क्लीनर का बयान दर्ज किया जा रहा है। रात 9।30 बजे के दौरान पुलिस ने दावा किया कि बस में मिला वह बॉक्स बम नहीं बल्कि फायर एक्सटिंगिशर है। दावा किया जा रहा है कि यह उपकरण आग लगने पर ब्लास्ट होता है और इससे निकलने वाला पदार्थ से आग बुझ जाती है। हालांकि यह कैसे काम करता है इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। इस उपकरण की जानकारी पुलिस विभाग के प्रशिक्षित बीडीडीएस स्क्वाड को न होना बड़ी आश्चर्य की बात है। यदि इस तरह के यंत्र को एसटी बसों में रखा जाता है तो नागपुर से लेकर गड़चिरोली तक काम करने वाले एसटी के अधिकारी और कर्मचारियों को क्यों नहीं थी। यदि यह बम नहीं था तो इतना हो-हल्ला किस लिए मचाया गया। एक उपकरण को बम समझ कर यूओटीसी ले जाया गया। इससे तो पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।