कोराडी. कोराडी ताप विद्युत केंद्र से निकलने वाली राख को संग्रहित करने वाले एश डैम के अंदर में राख मिश्रित पानी को रोककर रखने वाली दीवार अचानक फूट जाने से राख उठाकर ले जाने वाले क्षेत्र में दूर-दूर तक चारों ओर लबालब पानी भर गया. इससे वहां से राख उठाकर ले जाने वाले 7 ट्रक राख मिश्रित पानी में पूरी तरह से डूब गए. ट्रक पर कार्यरत ट्रक चालक, कर्मचारी किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से निकले. एश डैम का कार्य देखने वालों पर किसी भी वरिष्ठ अधिकारी का नियंत्रण नहीं होने से दोबारा इस तरह की घटना हुई है. इसके पूर्व भी इस तरह की घटना होने से राख मिश्रित पानी आसपास के क्षेत्रों घुस जाने से वहां फसल पर भी असर पड़ा था. एश डैम के इस तरह से बार-बार फूटने की घटना आखिर क्यों हो रही है, इस पर नियंत्रण करने अभी तक कोई ठोस उपाययोजना क्यों नहीं की गई.
राख बंधारा से राख को मुफ्त में उठाने का काम निजी व्यक्ति को दिया गया है. वहां की राख को उठाकर ले जाने में एश डैम के पानी से किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं हो इसके लिए राख बंधारे के राख मिश्रित पानी को रोकने के लिए दीवार बनाई गई है. परंतु राख को ट्रकों में भरते समय गलत जगह पर काफी गहरे गड्ढे तैयार हो जाने से पानी को अड़ाकर रखने वाली दीवार का भाग फूट गया. इससे देखते ही देखते राख मिश्रित पानी डैम से बाहर आ गया. पानी का प्रवाह इतना तेज था कि कुछ ही समय में वहां पर खड़े 7 ट्रक राख के पानी में पूरी तरह से डूब गए. ट्रक चालक एवं कर्मचारी वहां से किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे. बताया गया कि ट्रकों के अतिरिक्त और किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है.
शीघ्र निकाले जायेंगे ट्रक
बताया गया कि एश डैम फूटने के बाद वहां जमा राख मिश्रित पानी को निकालने के लिए शीघ्र उपाययोजना कर वहां से फंसे हुए ट्रकों को किसी तरह से बाहर निकाला जायेगा. इस कार्य को अभी कुछ दिनों का समय लग सकता है क्योंकि वहां दलदल के कारण अभी वहां जाना खतरनाक हो सकता है. बार-बार इस तरह से एश डैम के फूटने से जहां एक ओर वातावरण प्रदूषित होता है वहीं दूसरी ओर लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है. इस तरह की घटना की शीघ्र उचित जांच व कार्रवाई करना जरूरी है.