- मनपा के 5 अस्पतालों का हुआ कायाकल्प
नागपुर. मनपा में आयुक्त और सत्तापक्ष के बीच भले ही घमासान मचा हुआ हो, लेकिन संक्रमण कानून के तहत मिले अधिकारों का उपयोग कर आयुक्त की ओर से कोरोना के उपायों को लेकर निर्णय लेने का सिलसिला जारी है. इसका ज्वलंत उद्हारण उस समय देखने को मिला, जब कोरोना के मद्देनजर सर्वसुविधा युक्त 2 नए अस्पताल तैयार किए गए. साथ ही 3 अस्पतालों की क्षमता में वृद्धि भी की गई. आलम यह है कि केवल 45 दिनों के भीतर स्वास्थ्य सेवा को चाकचौबंद किया गया. पहली बार मनपा द्वारा जनता के लिए अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधा के साथ 450 बेड उपलब्ध कराया गया. जिसमें 300 बेड तो तैयार हो गए और 7 दिनों के भीतर 150 बेड उपलब्ध हो जाएंगे.
इंदिरा गांधी अस्पताल में बढ़ी 100 बेड की क्षमता
उल्लेखनीय है कि मनपा आयुक्त ने कोरोना कंट्रोल रूम में मनपा अस्पतालों का कायाकल्प करने की घोषणा की थी. जिसके अनुसार गांधीनगर के इंदिरा गांधी अस्पताल, इमामवाडा के आयसोलेशन अस्पताल और पांचपावली के सुतिकागृह का पूरा कायाकल्प किया गया है. कार्पोरेट निजी अस्पतालों के रूप में इन अस्पतालों को तैयार किए जाने का दावा भी किया जा रहा है. इंदिरा गांधी अस्पताल की क्षमता केवल 30 बेड की थी. जिसे बढ़ाकर अब 130 की गई है. जहां आईसीयू और आक्सीजन की व्यवस्था भी की गई. विशेषत: 3 मंजिला यह अस्पताल लंबे समय से नजरअंदाज रहा है. 20 बेड के आयसोलेशन अस्पताल में 32 बेड की सुविधा तैयार की गई है. जिसे 60 बेड तक बढ़ाया जाना है. पांचपावली सुतिकागृह में पहले 20 बेड की क्षमता थी. जिसे अब 110 बेड किया गया है. इसी तरह के.टी. नगर अस्पताल और सदर स्थित आयुष अस्पताल में क्रमश: 120 और 30 बेड तैयार किए गए हैं.
50 बेड का अतिदक्षता विभाग
बताया जाता है कि सभी अस्पतालों में प्रत्येक बेड को सेंट्रल आक्सीजन और सेंट्रल सक्शन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इंदिरा गांधी अस्पताल, पांचपावली सुतिकागृह और के.टी. नगर अस्पताल मिलाकर 50 बेड का अतिदक्षता विभाग भी तैयार किया गयाहै. इन सभी अस्पतालों में नए बेड्स, टाईल्स, बाथरूम, टायलेट और लिफ्ट की सुविधा प्रदान की गई है. अत्याधुनिक तकनीकी का उपयोग कर मल्टीपैरा कार्डियक मानिटर, ईसीजी, सोनोग्राफी मशीन, एक्सरे मशीन की सुविभा भी उपलब्ध होगी. इन तीनों अस्पतालों में अत्याधुनिक आपरेशन थिएटर की व्यवस्था भी कराई गई. मनपा आयुक्त मुंढे ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एसडीआरएफ निधि उपलब्ध कराया. इसके अलावा डीपीसी और मनपा निधि से इन अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जा सकी है. मुख्यमंत्री ने संस्था को सक्षम बनाने का मंत्र दिया, जिसकी प्रतिपूर्ति की है.