
- 930 आशा वर्कर्स को लगाया
- 45 PHC पर टीका की व्यवस्था
नागपुर. राज्यभर में खसरे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. विशेष रूप से इस बीमारी के कारण बच्चे पीड़ित होने से पूरा प्रशासन परेशान है. प्रशासन की चिंता का उदाहरण यह है कि अब मनपा की ओर से पूरे शहर का सर्वे कर खसरे से बाधितों का पता लगाने का निर्णय लिया गया है. सुरक्षा की दृष्टि से बच्चों में प्रतिबंधात्मक वैक्सीनेशन अभियान भी शुरू किया गया टीका अभियान में मनपा की ओर से 930 आशा वर्कर्स को लगाए जाने की जानकारी मनपा की ओर से उजागर की गई. बताया जाता है कि शुक्रवार को ही 39,880 घरों का सर्वेक्षण किया गया. इन आशा वर्कर्स को मनपा के सभी 10 जोन में भेजकर टीकाकरण सुनिश्चित किया जा रहा है.
जल्द से जल्द कराना है टीकाकरण
मनपा की ओर से बताया गया कि सुरक्षा की दृष्टि से 5 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण किया जाना है. जिसके लिए मनपा की ओर से सभी 45 नागरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई है. किसी भी कारणवश जिन बच्चों का टीका नहीं हुआ है उन्हें टीका लगाया जा रहा है. खसरे का प्रकोप बढ़ने के कारण इसे अभियान के रूप में लिए जाने की जानकारी डॉ. गोवर्धन नवखरे ने दी. उन्होंने कहा कि इस अभियान में न केवल आशा वर्कर्स को लगाया गया, बल्कि 250 से अधिक एएनएम को भी नियुक्त किया गया है. इन कर्मचारियों के माध्यम से झोपड़पट्टी, निर्माणकार्य स्थल, बेघर बस्ती आदि जगह जाकर संदिग्ध मरीजों की जानकारी प्राप्त करेंगे.
597 बालकों को पहला डोज
डॉ. बहिरवार ने कहा कि शुक्रवार को जहां सर्वे का काम जारी रहा, वहीं दूसरी ओर टीका लगाने की प्रक्रिया भी जारी रही. शुक्रवार को 597 बालकों को खसरा और रूबेला का पहला डोज दिया गया. जबकि 490 बच्चों को दूसरा डोज दिया गया. इसके अलावा 1,270 बच्चों को विटामिन ए का डोज दिया गया है. बच्चों को खसरे की बीमारी से दूर रखने के लिए टीका कराना जरूरी है. कुछ हिस्सों में झूठी जानकारी या भ्रम फैलाकर टीकाकरण का विरोध किया जा रहा है. इसे नजरअंदाज करने की अपील भी मनपा ने की. टीकाकरण के लिए सभी समुदायों के धर्मगुरु, जनप्रतिनिधि और स्वयं सेवी संस्थाओं को मदद करने की अपील भी मनपा की ओर से की गई.