कोरोना की तरह बढ़ता है लम्पी; जिले में 20 मवेशी बाधित, बैल की हुई मौत

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    नागपुर. जानवरों को होने वाली लम्पी बीमारी कोरोना की तरह तेजी से बढ़ती है इसलिए लक्षण दिखते ही तत्काल उपचार करवाने की अपील जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर ने दी है. उन्होंने प्रेस-परिषद में बताया कि जिले में 20 मवेशियों में लम्पी जैसे लक्षण नजर आए हैं और इससे 1 बैल की मौत हो गई है. जिले में इस महामारी के नियंत्रण के लिए 10,000 वैक्सीन का टारगेट है और अब तक 4,000 मवेशियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.

    उपचार से जानवर स्वस्थ हो जाते हैं इसलिए पशु पालक घबराएं नहीं और लक्षण दिखते ही पशु संवर्धन केन्द्र या ग्राम पंचायत को तत्काल जानकारी दें. इस दौरान जिप सीईओ योगेश कुंभेजकर, पशु संवर्धन उपायुक्त डॉ. मंजुषा पुंडलिक, जिला पशु संवर्धन अधिकारी डॉ. मोहन खंडारे उपस्थित थे. इटनकर ने कहा कि सरकार की ओर से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है. उन्होंने बताया कि लम्पी तेजी से फैलने वाला घातक चर्म रोग है. रोग का प्रादुर्भाव न हो इससे पशु पालक सरकार के विविध विभाग व पशु संवर्धन विभाग द्वारा शुरू की गई उपाययोजना में सहकार्य करें. उन्होंने बताया कि अब तक 7 नमूने टेस्ट के लिए भेजे हैं. पशुओं की खरीदी-बिक्री, परिवहन पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. 

    हिंगना में भी संक्रमित मवेशी

    सावनेर के बड़ेगांव और उमरी के बाद हिंगना तहसील के जुनेवानी में भी लम्पी के लक्षण मवेशियों में दिखे हैं. यह बीमारी जानवरों से मनुष्यों में फैलने की संभावना नहीं है. राज्य सरकार ने इस संदर्भ में 1962 टोल फ्री नंबर जाहिर किया है और गौशाला, सड़क पर अगर कोई लावारिस जानवर में लम्पी जैसे लक्षण नजर आते हैं तो उक्त नंबर पर सूचना देने की अपील उन्होंने की. 

    पशु संवर्धन प्रधान सचिव ने दिए निर्देश

    विभाग के प्रधान सचिव जेपी गुप्ता ने भी राज्य के सभी जिलाधिकारियों, सीईओ व विभाग के अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से हालात की जानकारी ली और दिशानिर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र में लम्पी का प्रसार तेजी से होता नजर आ रहा है. मवेशियों को बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम तेजी से उठाए जाएं. जिलाधिकारी ने उन्हें जिले की स्थिति व उठाये जा रहे कदम की जानकारी दी. 

    सेस फंड से खरीदेंगे वैक्सीन

    इधर, जिप अध्यक्ष ने प्रेस-परिषद में बताया कि जिले में 3.50 लाख मवेशी हैं. सरकार से प्रत्येक तहसील को 10,000  वैक्सीन के हिसाब से 1.30 लाख वैक्सीन मिलने वाली हैं. शेष मवेशियों के लिए जिला परिषद के सेस फंड से वैक्सीन खरीदी जाएगी. उन्होंने बताया कि जुनेवानी में और 2 मवेशियों में लम्पी के लक्षण मिले थे लेकिन यह आंकड़ा 11 हो गया है.

    सावनेर व हिंगना के कुछ और गांवों में मवेशियों में लक्षण दिखे हैं जिसके नमूने लेकर जांच के लिए भेजा गया है. 2 दिनों में हिंगना में 1,450, सावनेर में 2,232 ऐसे कुल 3, 682मवेशियों का वैक्सीनेशन पूरा हुआ है. सरकार से वैक्सीन मिलने में देरी हुई तो सेस फंड से वैक्सीन खरीदने की तैयारी है. पशु संवर्धन सभापति तापेश्वर वैद्य ने बताया कि लम्पी के प्रसार को रोकने के लिए पशु पालकों में जनजागृति की जा रही है. उपाध्यक्ष सुमित्रा कुंभारे, सभापती उज्ज्वला बोढारे, नेमावली माटे उपस्थित थे.